Coronavirus: 10 साल की भारतीय-अमेरिकी बच्ची को डोनाल्ड ट्रम्प ने इस वजह से किया सम्मानित
By भाषा | Published: May 18, 2020 02:24 PM2020-05-18T14:24:53+5:302020-05-18T14:29:49+5:30
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और प्रथम महिला मेलानिया ट्रम्प ने शुक्रवार को कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों की मदद कर रहे अमेरिकी नायकों को सम्मानित किया।
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोविड-19 से निपटने के लिए अग्रिम मोर्चे पर तैनात नर्सों और दमकल विभाग के कर्मियो को कुकीज और कार्ड भेजने वाली 10 साल की श्रव्या अन्नापारेड्डी को सम्मानित किया है। श्रव्या ‘गर्ल स्काउट ट्रूप’ की सदस्य है और मैरीलैंड के हनोवर हिल्स एलीमेंट्री स्कूल की चौथी कक्षा की छात्रा है।
राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रथम महिला मेलानिया ट्रम्प ने शुक्रवार को कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों की मदद कर रहे अमेरिकी नायकों को सम्मानित किया, जिसमें यह बच्ची भी शामिल है। ‘वाशिंगटन टाइम्स’ ने एक खबर में राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि आज हम जिन पुरुषों और महिलाओं को सम्मानित कर रहें है, वे हमें याद दिलाते हैं कि कठिन समय में भी जो स्नेह हमें बांधता है वह हमें नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।
श्रव्या ‘गर्ल स्काउट’ की उन तीन बच्चियों में शामिल हैं, जिन्हें ट्रम्प ने सम्मानित किया। उसके माता-पिता आंध्र प्रदेश के हैं। खबर के अनुसार ‘गर्ल स्काउट’ की इन लड़कियों ने स्थानीय डॉक्टरों, नर्सों और दमकल कर्मियों को कुकीज के 100 डब्बे भेजे थे।
इन्होंने उन्हें हाथ से बनाकर 200 कार्ड भी भेजे थे। चीन के वुहान से पिछले साल दिसम्बर में फैलना शुरू हुए इस वायरस से विश्वभर में 40.7 लाख लोग संक्रमित हैं और इससे 3,15,185 लोग मारे गए हैं। अमेरिका में इससे 89,562 लोगों की जान गई है और 14 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं।
इसके साथ ही बता दें कि कोरोना को लेकर जानकारी छिपाने के आरोपों में घिरे चीन पर अमेरिका का सबसे ताजा आरोप बेहद गंभीर है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इशारों में आरोप लगाया है कि चीन ने जानबूझकर कोरोना को फैलने दिया। पोम्पियो के मुताबिक चीनी सरकार को कोरोना फैलने के गंभीर खतरे की जानकारी थी फिर भी उसने अपने लोगों को देश से बाहर यात्रा करने की अनुमति दी। पोम्पियो ने कहा कि अगर चीन ने अगर अलग फैसले लिए होते तो ना सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया को इस महामारी से निपटने के उपाय करने का ज्यादा मौका मिलता।