यूएस और यूके ने चीन पर बोला हमला, कहा-‘‘कठोर प्रश्नों’’ के देने पड़ेंगे उत्तर, CHINA बोला-कभी कुछ छिपाया नहीं, कुछ छिपाने भी नहीं देंगे

By भाषा | Published: April 17, 2020 04:08 PM2020-04-17T16:08:12+5:302020-04-17T16:08:12+5:30

दुनिया भर में कोरोना का कहर जारी है। इस बीच अमेरिका और ब्रिटेन सहित विश्व के कई देश ने चीन पर आरोप लगाया है कि वायरस के बारे में चीन भ्रामक रिपोर्ट पेश किया है।

Corona virus Number US and UK attack China "Hard questions" answered | यूएस और यूके ने चीन पर बोला हमला, कहा-‘‘कठोर प्रश्नों’’ के देने पड़ेंगे उत्तर, CHINA बोला-कभी कुछ छिपाया नहीं, कुछ छिपाने भी नहीं देंगे

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मंत्रिमंडल कोरोना वायरस से जन्मी महामारी की उत्पत्ति की जांच कराना चाहता है। (file photo)

Highlightsविदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने वायरस के तेजी से फैलने के कारण मामलों की गिनती में खामी के चलते चीन मृतक संख्या बढ़ाने की बात स्वीकार की।ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमनिक राब ने कहा कि ब्रिटेन और उसके सहयोगी, चीन से कोरोना वायरस प्रसार के बारे में कठोर प्रश्न पूछेंगे।

बीजिंग/वुहान/लंदन/वाशिंगटनः चीन ने शुक्रवार को कहा कि उसने कभी यह बात नहीं छिपाई की कोरोना वायरस का देश पर कितना असर पड़ा है। अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी ताकतों द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए चीन ने यह बात कही।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने वायरस के तेजी से फैलने के कारण मामलों की गिनती में खामी के चलते चीन मृतक संख्या बढ़ाने की बात स्वीकार की लेकिन साथ ही कहा, ‘‘ कभी कुछ छिपाया नहीं गया और हम कभी कुछ छिपाने भी नहीं देंगे।’’ ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमनिक राब ने कहा कि ब्रिटेन और उसके सहयोगी, चीन से कोरोना वायरस प्रसार के बारे में कठोर प्रश्न पूछेंगे।

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इस संकट के बाद हमारे बीच कामकाज पहले जैसा नहीं रहेगा।’’ राब ने डाउनिंग स्ट्रीट में प्रेस वार्ता के दौरान चीन के साथ भावी संबंधों को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमें यह कठोर प्रश्न पूछना ही होगा कि यह कैसे आया और इसे पहले क्यों नहीं रोका जा सका।’’ 

चीन की प्रयोगशाला में हुई होगी कोरोना वायरस की उत्पत्ति, इसकी जांच होनी चाहिए: अमेरिका

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मंत्रिमंडल कोरोना वायरस से जन्मी महामारी की उत्पत्ति की जांच कराना चाहता है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि चीन के वुहान में चमगादड़ों पर हो रहे अनुसंधान से विषाणु की उत्पत्ति हुई। बीजिंग ने कहा था कि वुहान में जानवरों के बाजार में मनुष्य इस विषाणु से संक्रमित हुआ होगा।

लेकिन वाशिंगटन पोस्ट और फॉक्स न्यूज ने गुमनाम स्रोतों के हवाले से बताया कि कोरोना वायरस एक संवेदनशील जैव अनुसंधान केंद्र से दुर्घटनावश बाहर आया होगा। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने फॉक्स न्यूज से कहा, “हम हर चीज की पूरी जांच कर रहे हैं ताकि हम यह जान सकें कि विषाणु बाहर कैसे आया और दुनियाभर में कैसे फैला और आज इसने अमेरिका और पूरी दुनिया में इतनी तबाही मचाई है और इतने लोगों की जान ली है।” उन्होंने खबरों को दरकिनार नहीं किया और कहा कि अमेरिका जानता था कि वुहान की प्रयोगशाला में अति संक्रामक सामग्री है।

पोम्पिओ ने कहा, “खुली मानसिकता वाले और पारदर्शी देश इतने सक्षम होते हैं कि चीजों को नियंत्रण में रख सकें और सुरक्षित रहें। वे बाहरी लोगों को अनुमति देते हैं ताकि वे आश्वस्त हो सकें कि सभी प्रक्रिया सही है।” उन्होंने कहा, “काश ऐसा यहां भी होता। हमें इसके बारे में और जानकारी होती और हम आज यह भी जान पाते कि वहां क्या हुआ।” चीन की प्रयोगशाला की खबरों के बारे में पूछे जाने पर बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा कि उन्हें बहुत सारी कहानियां सुनने को मिल रही हैं और अमेरिका गहन छानबीन कर रहा है। ट्रंप ने लगातार कोरोना वायरस संकट के लिए चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन को जिम्मेदार ठहराया है।

चीन ने मृतक संख्या में किया संशोधन, मरने वालों की संख्या 4,632 हुई

कोविड-19 मामलों के आंकड़े छिपाने को लेकर हो रही अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बीच चीन ने मृतकों की संख्या में शुक्रवार को संशोधन किया। चीन ने कोरोना वायरस के उत्पत्ति केंद्र वुहान शहर में मृतकों की संख्या में 1,290 का इजाफा किया, जिससे चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 4,632 हो गई। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वुहान नगरपालिका मुख्यालय ने शुक्रवार को कोविड-19 के पुष्टि किए गए मामलों और बीमारी के कारण होने वाली मौतों की संख्या को संशोधित किया।

वुहान में 16 अप्रैल तक कोरोना वायरस के पुष्टि किए गए कुल मामलों में 325 की वृद्धि की गयी जो बढ़कर 50,333 हो गए और मृतकों की संख्या 1,290 की वृद्धि की गयी। इस तरह कोरोनावायरस से मौतों की पुष्टि के बाद मृतक संख्या 3,869 हो गई। संशोधित आंकड़े के मुताबिक चीन में कोविड-19 से हुई मौतों की कुल संख्या बढ़कर 4,632 हो गई है। कुल मामलों की संख्या भी बढ़कर 82,692 हो गई। वुहान नगरपालिका मुख्यालय ने एक अधिसूचना में कहा कि संशोधन संबंधित कानूनों और नियमों और इतिहास, लोगों और मृतकों के प्रति जिम्मेदार होने के सिद्धांत के अनुसार किए गए हैं। कोरोना वायरस के मामलों की संख्या और इसकी गंभीरता को कथित तौर पर छिपाने को लेकर अमेरिका और अन्य राष्ट्रों द्वारा चीन की तीखी आलोचना के बीच आंकड़ों में यह संशोधन किया गया है।

पिछले दिसंबर में वुहान शहर से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था। ऐसा कहा जा रहा है कि यह वुहान के स्थानीय हुनान सी फूड मार्केट से फैला। चीन में तबाही मचाने के बाद अब यह संक्रमण दुनियाभर में फैल चुका है। चीन ने स्वीकार किया कि कई मामलों में मौत का कारण जानने में गलती हुई या कई मामलों का पता ही नहीं चल पाया। चीन राष्ट्रीय आयोग (एनएचसी) के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार तक कोरोना वायरस के कुल मामले 82,367 थे, जिनमें 3,342 मौतें शामिल थीं।

आयोग ने बताया कि 1,081 मरीजों का इलाज चल रहा है और 77,944 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। एनएचसी ने कहा कि गुरुवार को कोविड-19 के 26 नए मामले सामने आये, जिनमें से 15 विदेश से आये हुए नागरिक शामिल हैं, जबकि अन्य 11 नए मामलें स्थानीय संक्रमण के हैं।

इस बीच, चीन की पुलिस ने चेहरे पर मास्क बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कपड़ा सामग्री की कीमत बढ़ाने और अवैध रूप से घटिया सामग्री का उत्पादन करने के आरोप में 42 लोगों को गिरफ्तार किया है। जन सुरक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि मास्क के उत्पादन से संबंधित अपराधों पर नकेल कसने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कार्य बल का गठन किया गया है।

 

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