कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने पशुओं को बनाया निशाना, दक्षिण अफ्रीका रिसर्च ने किया दावा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 19, 2022 03:03 PM2022-01-19T15:03:58+5:302022-01-19T15:07:59+5:30
दक्षिण अफ्रीका में प्रिटोरिया यूनिवर्सिटी ने अपने रिसर्च में बताया कि पशुओं में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के लक्षण पाये गये हैं।
पशुओं में कोरोना संक्रमण को लेकर अब एक नई चिंता सामने आ रही है कि वो कोविड-19 के नये वैरिएंट के हमले का भी शिकार हो रहे हैं। इस बात का खुलासा दक्षिण अफ्रीका में प्रिटोरिया यूनिवर्सिटी की रिसर्च में किया गया है।
अध्ययन से पता चला है कि जंगल के राजा शेर को कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने अपना निशाना बनाया है। कोरोना के नए वैरिएंट Omicron की मार से उबर रहे दक्षिण अफ्रीका से इस विषय में जो जानकारी आ रही है, वो चौंकाने वाली है।
दक्षिण अफ्रीका की राजधानी प्रिटोरिया के चिड़ियाघर में एक स्थानीय यूनिवर्सिटी के शोध में इस बात की जानकारी साझा की गई है कि साल 2020 में चिड़ियाघर के कुछ प्यूमा और एक शेर में कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के लक्षण पाये गये। वहीं इस बात की जानकारी मिलने से चिड़ियाघर के संचालक परेशान हैं कि कहीं संक्रमित पशुओं से यह बीमारी अन्य पशुओं में न फैल जाए।
इस मामले में प्रिटोरिया यूनिवर्सिटी ने बीते मंगलवार को जो जानकारी साझा की है, उसके मताबिक साल 2020 में चिड़ियाघर के दो प्यूमा में नाक बहने, दस्त होने और भूख न लगने की शिकायत के बाद चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने उनकी जांच करवाई तो पता चला कि वो कोरोना वायरस की चपेट में थे। जिसके बाद अस्पताल में विशषज्ञों की देखरेख में 23 दिनों तक उनका इलाज हुआ और पूरी तरह से स्वस्थ्य होने के बाद उन्हें वापस चिड़ियाघर में भेज दिया गया।
वही इस घटना के बाद जब दक्षिण अफ्रीका कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के तीसरी लहर से जूझ रहा था तब उस समय चिड़ियाघर के कर्मचारियों को तीन शेरों में से एक में निमोनिया के लक्षण दिखाई दिये। स्वास्थ्य जांच के बाद चिकित्सकों ने बताया कि वह शेर कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से मामूली रूप में पॉजिटिव था।
जानवरों से फैल सकता है कोरोना वायरस का नया वैरिएंट!
यूनिवर्सिटी का यह शोध इस बात की ओर इशारा कर रही है कि जो वैज्ञानिक दावे कोरोना संक्रमण को लेकर किये जा रहे थे कि कोरोना वायरस पशुओं से इंसानों में फैलता है, इसकी पुष्टी हो रही है। वहीं साथ में इसके विपरित भी संभावना व्यक्त की गई है कि कोविड-19 इंसान से पशुओं में भी फैल सकता है।
इस अध्ययन के मुताबिक विशेषज्ञों की असली परेशानी की वजह यह है कि अगर कोरोना का डेल्टा वैरिएंट पशुओं को संक्रमित कर रहा है तो हो सकता है कि कोरोना वायरस म्युटेंट होकर नये वैरिएंट की शक्ल में फिर से हमला कर सकते हैं और इस कारण कोरोना को रोकना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा।
साथ ही अध्ययन में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि प्यूमा या शेर में जो संक्रमण हुआ है, उससे चिड़ियाघर के कर्मचारी भी संक्रमित हो सकते हैं। रिसर्च करने वालों का अनुमान है कि कोरोना वायरस जानवरों में फिर से नये रूप में पैदा हो सकता है और मनुष्यों को फिर से संक्रमित कर सकता है।
इस अध्ययन के आधार पर विशेषज्ञों ने राय दी है कि चिड़ियाघर में जानवरों की देखभाल करते समय कोविड प्रोटोकॉल का पूरा करना चाहिए। मसलन जानवरों के नजदीक जाने से पहले मास्क पहनाने और सैनिटाइजेशन का बहुत गंभीरता से पालन किया जाना चाहिए। इसके साथ ही जहां तक हो सके चिड़ियाघरों में अनावश्यक तौर पर जानवरों के पास जाने से बचना चाहिए।
पशुओं में हुए इस संक्रमण के मामले में प्रिटोरिया यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसरों ने मैरीटजी वेंटर और काटजा कोएपेल ने कहा, "हमें यह सावधानी इन लुप्तप्राय पशुओं को बचाने के लिए करनी चाहिए। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि तेजी से बदलने वाले कोरोना के वैरिएंट नये तरीके से मनुष्यों पर हमला कर सकते हैं और पशुओं से इस वायरस के मनुष्यों में फैलने का खतरा ज्यादा है। "
मालूम हो कि जब कोरोना महामारी ने दुनिया को अपनी चपेट में लिया था। उस वक्त डेनमार्क ने अपने यहां कोरोना संक्रमित मिंक को इंसानों से दूर कर दिया था। वहीं हांगकांग ने बीते मंगलवार को जानकारी साझा करते हुए बताया कि उसने एहतियातन अपने यहां कोरोना संक्रमित हैम्स्टर सहित लगभग 2,000 छोटे पशुओं मारने का फैसला किया है।