चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन में बोले शी जिनपिंग- हांगकांग पर पूरा नियंत्रण हासिल हुआ, ताइवान को लेकर भी प्रतिबद्ध
By विनीत कुमार | Published: October 16, 2022 08:58 AM2022-10-16T08:58:25+5:302022-10-16T09:13:42+5:30
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने रविवार को सप्ताह भर चलने वाले अपने कांग्रेस सत्र का आगाज किया। इसमें राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रिकॉर्ड तीसरी बार पांच साल के कार्यकाल के लिए समर्थन मिलने की उम्मीद है।
बीजिंग: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) की आज से शुरू हुई अगले एक हफ्ते तक चलने वाले अधिवेशन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दावा किया कि हॉन्ग कॉन्ग पर पूरा नियंत्रण हो चुका है। बीजिंग में हो रहे इस अधिवेशन में हिस्सा ले रहे कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के सामने जिनपिंग ने कहा, 'हांगकांग में स्थिति ने अराजकता से शासन की ओर एक बड़ा बदलाव हासिल कर लिया है।'
China has also waged a major struggle against Taiwan separatism and is determined and able to oppose territorial integrity, Chinese President Xi Jinping said: Reuters https://t.co/HsE3SKC8ec
— ANI (@ANI) October 16, 2022
जिनपिंग ने आगे कहा कि चीन ने ताइवान के अलगाववाद के खिलाफ भी एक बड़ा संघर्ष किया है और इसका विरोध करने के लिए दृढ़ और सक्षम है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में सुबह 10 बजे शुरू हुई। सप्ताह भर चलने वाले इस कांग्रेस का समापन 22 अक्टूबर को होगा।
इससे पहले शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस अधिवेशन के प्रवक्ता सुन येली ने कहा था कि सीसीपी की 20 वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में 2,296 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये प्रतिनिधि 9.6 करोड़ से अधिक सीपीसी सदस्यों और 49 लाख से अधिक प्राथमिक स्तर के पार्टी संगठनों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
शी जिनपिंग का तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचन तय!
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का ये प्रमुख अधिवेशन हर पांच साल में आयोजित होता है। इसमें नए राष्ट्रपति के निर्वाचन पर भी मुहर लगती है। साथ ही नये शीर्ष अधिकारियों को नियुक्त करने का निर्णय लिया जाता है। माना जा रहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रिकॉर्ड तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित किया जाना तय है। जिनपिंग की की इस नियुक्ति के साथ शीर्ष नेताओं की अधिकतम 10 साल तक नियुक्ति का तीन दशक पुराना मानदंड समाप्त हो जाएगा।
चीन के संविधान में 2018 में ही देश की संसद ‘नेशनल पीपुल्स कांग्रेस’ (एनपीसी) द्वारा संशोधन किया जा चुका था और राष्ट्रपति के लिए पांच साल के दो कार्यकाल के प्रतिबंध को हटा दिया गया है।
यह अधिवेशन चीन में तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच आयोजित किया जा रहा है। जिनपिंग (69) को छोड़कर, दूसरे नंबर के नेता प्रधानमंत्री ली केकियांग सहित सभी शीर्ष नेताओं को आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर फेरबदल का सामना करना पड़ सकता है। इस फेरबदल में निवर्तमान विदेश मंत्री वांग यी का स्थान कोई और लेगा।
हर पांच साल बाद होने वाले अधिवेशन से पहले गुरुवार को सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीरों में राजधानी बीजिंग के उत्तर-पश्चिम इलाके के जिनपिंग की अलोकप्रिय कोविड-रोधी नीति और सत्तावादी शासन का विरोध करते हुए एक बैनर दिखाई दे रहा था। बैटरी से संचालित लाउडस्पीकर के जरिये कुछ जगहों पर जिनपिंग विरोधी और अलोकप्रिय कोविड-रोधी योजना से जुड़े नारे लगाये जा रहे हैं। इस घटना के बाद, बीजिंग में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गयी है। रिपोर्ट के अनुसार, शहर के कुछ इलाकों को लगभग बंद कर दिया गया है और कई ओवरपास पर पुलिस तैनात की गई है।
देश में बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता और असंतोष के बीच पर्यवेक्षकों का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में अधिकारियों के खिलाफ जिनपिंग के बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार-विरोधी कार्रवाई पर भी पार्टी में असंतोष बढ़ रहा है। इनमें सेना के दंडित शीर्ष अधिकारियों सहित लाखों अधिकारी शामिल हैं।
(भाष इनपुट)