कोरोना की वजह से 2028 में अमेरिका को पीछे छोड़ चीन बनेगा सुपर पावर, जानें कब जापान से भी आगे होगा भारत
By अनुराग आनंद | Published: December 26, 2020 12:44 PM2020-12-26T12:44:53+5:302020-12-26T12:48:53+5:30
कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल देखने को मिल रहा है, ऐसे में आइए जानते हैं इस महामारी के बाद अगले दशक में आर्थिक तौर पर ताकतवर मुल्कों की रैगिंग में कौन पहले स्थान पर होगा?
नई दिल्ली:कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है। अमेरिका व ब्रिटेन जैसे समृद्ध देशों की अर्थव्यवस्था को भी कोरोना वायरस महामारी ने बिल्कुल तबाह कर दिया है।
बिजनेस टुडे के मुताबिक, 'द सेंटर फॉर इकोनामिक्स एंड बिजनेस रिसर्च' ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट शनिवार को प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट मे कई ऐसे दावे किये जा रहे हैं जो यह दर्शाता है कि आने वाले दशक मे दुनिया के ताकतवर मुल्कों की परिभाषा बदलने वाली है।
रिपोर्ट में अमेरिका की अर्थव्यवस्था के चीन से आगे निकलने का दावा-
इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक फायदा अगर किसी देश को हुआ है तो वह देश चीन ही है। इस रिपोर्ट ने इस बात की संभावना जताई है कि चीन ने दुनिया भर में फैले इस आपदा रूपी महामारी के कुशल प्रबंधन व सख्त शुरुआती लॉकडाउन की ताकत पर दूसरे देशों की तुलना में आर्थिक तौर पर काफी समृद्धि हासिल की है।
वहीं, पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्था को कोरोना महामारी ने तबाह कर दिया है। ऐसे में रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2028 तक चीन अमेरिका को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह उस अनुमान से 5 साल पहले ही हो जाएगा, जो कोविड-19 महामारी से पहले विशेषज्ञों ने लगाया था।
अगले दशक में कुछ इस तरह होगी दुनिया अर्थव्यवस्था-
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के समाप्त होने के बाद अगले दशक में दुनिया भर के ताकतवर मुल्कों की लिस्ट में काफी हेरफेर होने की संभावना है। इस लिस्ट में अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन के पहले स्थान पर आने की संभावना है।
वहीं, जापान 2030 के दशक की शुरुआत तक डॉलर टर्म में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बना रहेगा। उसके बाद के वर्षों में भारत के जापान से भी आगे निकलने की संभावना है। ऐसे में साफ है कि भारत डॉलर टर्म में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन सकता है। जर्मनी चौथे से पांचवें नंबर पर खिसक जाएगा। अभी पांचवें नंबर पर मौजूद ब्रिटेन 2024 में छठे स्थान पर खिसक जाएगा।