हांंगकांग को लेकर चीन सख्त, कहा-"UNO अनुचित तरीके से हमारे आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है"
By भाषा | Published: December 1, 2019 09:11 AM2019-12-01T09:11:49+5:302019-12-01T09:11:49+5:30
चीन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बेशेलेट पर उसके देश के आंतरिक मामलों में ‘‘अनुचित’’ तरीके से दखल देने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि बेशेलेट ने शनिवार को प्रकाशित एक लेख में हांगकांग में पुलिस के कथित तौर पर अत्यधिक बल का इस्तेमाल करने के मामले में जांच की मांग की थी। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में चीन के मिशन ने कहा कि बेशेलेट का ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ में लेख एकदम ‘‘गलत’’ है और यह ‘‘संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों और सिद्धांतों का उल्लंघन करता है।’’
चीन के मिशन ने बयान में कहा, ‘‘ लेख में हांगकांग विशेष प्रशासन क्षेत्र की स्थिति पर अनुचित टिप्पणी की गई है... और यह चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है।’’ बयान के मुताबिक जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय में चीन ने मजबूती से अपनी बात रखी है। बेशेलेट ने शनिवार को प्रकाशित लेख में हांगकांग के अधिकारियों से आग्रह किया था कि ‘‘ पुलिस द्वारा बल के अत्यधिक उपयोग की खबरों की न्यायाधीश के नेतृत्व में उचित, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की जाए।’’
आपको बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने पिछले दिनों कहा कि हाल में लीक हुए दस्तावेजों से पता चला है कि चीन सरकार ने अशांत शिनजियांग प्रांत में मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों को ‘‘क्रूरता से हिरासत शिविरों में बंद कर रखा है और वह उनका सुनियोजित तरीके से दमन’’ कर रही है। पोम्पिओ ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी हिरासत शिविरों में मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन कर रही है। विदेश मंत्रालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पोम्पिओ ने कहा कि दुनियाभर के देश अब यह जान रहे हैं कि चीन में क्या हो रहा है।
ये देश शिनजियांग में लोगों के लिए मानवाधिकारों के हालात में सुधार करने के वास्ते अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। पोम्पिओ ने चीन सरकार से उन सभी लोगों को फौरन रिहा करने का आह्वान किया जिन्हें मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया और साथ ही उससे अपनी कठोर नीतियों को भी खत्म करने को कहा है जिससे शिनजियांग में उसके अपने ही नागरिक भयभीत हैं।
उन्होंने कहा कि चीन की सरकार ने ईसाइयों, तिब्बतियों और अन्य अल्पसंख्यक समूहों का भी दमन किया। पोम्पिओ ने कहा, ‘‘हमने हाल फिलहाल में जारी हुए ‘शिनजियांग पेपर्स’ देखे हैं। इनमें चीन सरकार की शिनजियांग में उइगरों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों को क्रूर ढंग से हिरासत में लेने और उनके सुनियोजित दमन के बारे में जानकारी दी गई है।’’ उन्होंने कहा कि ये रिपोर्टें इस बात का सबूत है कि चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन कर रही है।