भारत के बाद चीन ने भी ठुकराया डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता के लिए ऑफर, कहा- भारत-चीन बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने में सक्षम

By सुमित राय | Published: May 29, 2020 02:17 PM2020-05-29T14:17:24+5:302020-05-29T14:41:04+5:30

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहे विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की थी, जिसपर चीन ने कहा है कि भारत और चीन बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने में सक्षम हैं।

China rejects Donald Trump's mediation offer, says- China and India capable of resolving issues through dialogue | भारत के बाद चीन ने भी ठुकराया डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता के लिए ऑफर, कहा- भारत-चीन बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने में सक्षम

डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत और चीन के बीच मध्यस्थता का ऑफर दिया था। (फाइल फोटो)

Highlightsभारत के बाद चीन ने भी डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता के लिए दिया गया ऑफर ठुकरा दिया है।लद्दाख में LAC से सटे कुछ क्षेत्रों में चीन के साथ बीते 5 मई से तनाव की स्थिति कायम है।

भारत के बाद चीन ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता के लिए दिया गया ऑफर ठुकरा दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहे विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की थी। समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के अनुसार चीन ने कहा कि सीमा पर चल रहे विवाद को भारत और चीन बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने में सक्षम हैं।

अमेरिका के प्रस्ताव पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि दोनों देश मौजूदा सैन्य गतिरोध सुलझाने के लिए तीसरे पक्ष का ‘‘हस्तक्षेप’’ नहीं चाहते हैं। झाओ ने बीजिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रम्प के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘चीन और भारत के बीच सीमा संबंधी तंत्र और संवाद माध्यम हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम वार्ता एवं विचार-विमर्श के जरिए समस्याओं को उचित तरीके से सुलझाने में सक्षम हैं। हमें तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।’’

चीन से पहले भारत ने भी बुधवार को ट्रंप के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हम शांतिपूर्ण तरीके से इस मामले के हल के लिए चीन से संपर्क में हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हमारे सैनिकों ने सीमा प्रबंधन के प्रति बहुत जिम्मेदार रुख अपनाया है। समस्या के समाधान के लिए चीन के साथ द्विपक्षीय समझौते में दी गई प्रक्रियाओं का भारतीय सैनिक सख्ती से पालन कर रहे हैं।

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत और चीन के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, "हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका इस सीमा विवाद मामले में मध्‍यस्‍थता करने के लिए तैयार है और ऐसा करने में सक्षम है। धन्यवाद!"

क्या है भारत और चीन के बीच विवाद

बता दें कि लद्दाख में वास्तवित नियंत्रण रेखा (LAC) से सटे कुछ क्षेत्रों में चीन के साथ बीते 5 मई से तनाव की स्थिति कायम है। चीन ने लद्दाख में अक्साई चिन की गलवां घाटी में भारत की ओर से एक महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण को लेकर अपनी आपत्ति जताई थी। पांच मई को लगभग 250 भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लोहे की छड़ों और डंडों के साथ झड़प हुई थी। इसमें दोनों तरफ के कई सैनिक घायल हो गए थे। सड़क का निर्माण फिलहाल रोक दिया गया है।

इसके बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला में भी भारतीय सैनिक के साथ उलझ गए थे। उस झड़प में दोनों ओर से करीब 10 सैनिकों को चोटें आई थीं। इसके बाद ही दोनों पक्षों ने लद्दाख में जवानों की तैनाती बढ़ा दी है। 

Web Title: China rejects Donald Trump's mediation offer, says- China and India capable of resolving issues through dialogue

विश्व से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे