दुनिया को धमकाने वाले चीन के सामने बड़ा खतरा, परमाणु संयंत्र से रेडियो एक्टिव रेडिएशन का हो रहा रिसाव, लोगों को याद आया चेर्नोबिल
By अभिषेक पारीक | Published: June 15, 2021 04:30 PM2021-06-15T16:30:02+5:302021-06-15T16:49:01+5:30
चीन के तैशान शहर में स्थित एक परमाणु प्लांट से न्यूक्लियर रेडिएशन लीक हो रहा है। चीन ने प्लांट से न्यूक्लियर प्लांट के रेडिएशन की बात स्वीकारी है।
दुनिया को अपनी बड़ी सेना और परमाणु हथियारों के बल पर डराने की कोशिश करने वाले चीन के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। चीन के तैशान शहर में स्थित एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र से रेडियो एक्टिव रेडिएशन लीक हो रहा है। चीन ने रेडिएशन की बात स्वीकारी है। जिसके बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। रूस के चेर्नोबिल में हुई घटना को याद कर स्थानीय लोग डरे हुए हैं।
चीन का यह परमाणु संयंत्र हांगकांग के निकट स्थित है। तैशान परमाणु संयंत्र संयुक्त रूप से 'चाईना गुआंगदोन न्युक्लियर पावर ग्रुप' और फ्रांस की बहुराष्ट्रीय बिजली कंपनी 'इलेक्त्रिसिते दे फ्रांस' (ईडीएफ) का है। ईडीएफ संयंत्र का संचालन करने में मदद देने वाली 'फ्रामोतोम' की भी मालिक है। फ्रामोतोम ने सोमवार को एक बयान में कहा, 'गुआंगदोन प्रांत में तैशान परमाणु ऊर्जा संयंत्र के कार्य प्रदर्शन में आ रही दिक्कत का हल निकालने में फ्रामोतोम मदद दे रही है। '
कंपनी ने अमेरिका से मांगी मदद
ईडीएफ ने अमेरिका यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी से मदद मांगी थी। अंदेशा जताया जा रहा है कि परमाणु संयंत्र से रेडियो एक्टिव रेडिएशन फैल रहा है। ईडीएफ के मुताबिक, संयंत्र के रिएक्टर नंबर एक से क्रिप्टन और जिनॉन गैसों का रिसाव हुआ है। हालांकि यह अक्रिय गैसें हैं, लेकिन इनमें रेडियोएक्टिव गुण पाए जाते हैं। यदि रिसाव बढ़ता है तो परेशानी भी बढ़ सकती है।
कंपनी ने अमेरिका को किया आगाह
सीएनएन के मुताबिक फ्रामोटोम ने अमेरिका के ऊर्जा विभाग को पत्र लिखकर 'विकिरण संबंधी आसन्न खतरे के प्रति' आगाह किया था और चीन के अधिकारियों पर संयंत्र के बाहर विकिरणों की स्वीकार्य सीमाओं को बढ़ाने का आरोप लगाया था ताकि संयंत्र को बंद नहीं करना पड़े। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने पिछले सप्ताह कई बैठकें की हैं। जिनमें डिप्टी स्तर पर दो और सहायक सचिव के स्तर पर एक बैठक हुई है। सहायक सचिव स्तरीय मीटिंग में अमेरिका ने फ्रांस की सरकार, वहां की कंपनी और चीन से भी संपर्क किया था।
चीन ने सामान्य बताया स्तर
हालांकि चीन ने मंगलवार को परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विकिरण के स्तर को सामान्य बताया है। साथ ही कहा है कि सुरक्षा को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आसपास के विकिरण के स्तर में कोई असामान्यता नहीं है।
चेर्नोबिल की घटना डरा रही
1986 में रूस के चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र में धमाका हुआ था। जिसके बाद से उसका एक हिस्सा आज तक बंद है। रेडिएशन के कारण आसपास कई किलोमीटर तक रहने वाले लोगों को दूसरी जगह ले जाया गया था। आज भी यह शहर वीरान है और उस घटना की याद दिलाता है। दुनिया की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटनाओं में से इसे एक माना जाता है।