अब चीन निर्मित पाकिस्तान का नया युद्धपोत 'पीएनएस तैमूर' श्रीलंका पहुंचा, बांग्लादेश ने अपने बंदरगाह पर आने की नहीं दी अनुमति
By भाषा | Published: August 12, 2022 05:53 PM2022-08-12T17:53:04+5:302022-08-12T17:55:37+5:30
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह ट्रैकिंग पोत की उपस्थिति को लेकर सुरक्षा चिंता जाहिर की थी। बांग्लादेश सरकार द्वारा चटगांव बंदरगाह पर पीएनएस तैमूर को आने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद श्रीलंका ने इस युद्ध पोत को कोलंबो बंदरगाह पर आने की अनुमति दी।
कोलंबोः चीन निर्मित पाकिस्तान का नया युद्धपोत पीएनएस तैमूर शुक्रवार को कोलंबो बंदरगाह पहुंच गया और यह पश्चिमी सागर में श्रीलंकाई नौसेना के साथ एक संयुक्त अभ्यास करेगा। पाकिस्तान युद्धपोत के श्रीलंकाई बंदरगाह पर पहुंचने से कुछ दिन पहले कोलंबो ने बीजिंग से चीनी अनुसंधान पोत युआन वांग 5 की यात्रा टालने का आग्रह किया था। इस पोत को रणनीतिक महत्व के हम्बनटोटा बंदरगाह पर पहुंचना था।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह ट्रैकिंग पोत की उपस्थिति को लेकर सुरक्षा चिंता जाहिर की थी। बांग्लादेश सरकार द्वारा चटगांव बंदरगाह पर पीएनएस तैमूर को आने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद श्रीलंका ने इस युद्ध पोत को कोलंबो बंदरगाह पर आने की अनुमति दी। ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘न्यूज फर्स्ट’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तानी नौसेना के पोत के 15 अगस्त तक कोलंबो तट पर रहने की उम्मीद है।
यह दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग एवं सद्भावना बढ़ाने के लिए श्रीलंकाई नौसेना द्वारा आयोजित किये जाने वाले कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेगा। इसके अलावा, पीएनएस तैमूर के 15 अगस्त को अपनी रवानगी से पहले पश्चिमी सागर में श्रीलंकाई नौसेना के साथ एक नौसना अभ्यास करने की उम्मीद है। पीएनएस तैमूर चीन द्वारा निर्मित चार शक्तिशाली टाइप 054ए/पी युद्धपोत में दूसरा है। यह पोत 134 मीटर लंबा है।