चीन ने हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन के बाद पहली बार सैनिकों की तैनाती की

By भाषा | Published: November 17, 2019 12:37 AM2019-11-17T00:37:16+5:302019-11-17T00:37:16+5:30

हांगकांग के सुरक्षा सचिव जॉन ली का-चीयू ने कहा कि पीएलए यह फैसला करने के लिये स्वतंत्र है कि सैनिकों को सैन्य स्थलों के बाहर स्वयंसेवी सेवाओं के लिये भेजा जाए या नहीं और स्थानीय सरकार के पास इस बारे में कोई रिकार्ड नहीं है कि कितनी बार ऐसा हुआ है।

China deploys troops for the first time after a pro-democracy demonstration in Hong Kong | चीन ने हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन के बाद पहली बार सैनिकों की तैनाती की

चीन ने हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन के बाद पहली बार सैनिकों की तैनाती की

हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में पांच महीने से चल रहे प्रदर्शन के बीच पहली बार चीन ने शनिवार को वहां अपने सैनिक तैनात किये। सड़क से मलबा, अवरोधकों को हटाने में मदद के लिये सादे कपड़ों में चीनी सैनिक अपनी छावनी से बाहर निकले।

हालांकि, हांगकांग प्रशासन ने सैनिकों की तैनाती से अपने को अलग करते हुए कहा कि बीजिंग ने खुद ही सैनिक भेजे हैं। इसके लिए कोई अनुरोध नहीं किया गया था। हांगकांग से प्रकाशित होने वाले ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के मुताबिक, विश्व की सबसे बड़ी सेना ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ (पीएलए) की हांगकांग छावनी से सैनिकों को हांगकांग में अशांति शुरू होने के करीब पांच महीने बाद पहली बार तैनात किया गया है।

दर्जनों चीनी सैनिकों ने सड़क से अवरोधकों को हटाने में मदद के लिये अपनी कोवलून छावनी से मार्च किया। साल भर में यह पहला मौका है कि जब पीएलए की स्थानीय छावनी को जन सामुदायिक कार्य में लगाया जा रहा है। घटनाक्रम पर अर्द्ध स्वायत्त शहर की सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीएलए सैनिकों ने खुद ही सामुदायिक गतिविधि में हिस्सा लिया और हांगकांग सरकार ने प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए अवरोधकों को हटाने के लिए उन्हें नहीं कहा था।

प्रवक्ता ने कहा कि सैनिक खुद ही सफाई के लिए बाहर निकले और हांगकांग सरकार ने उनसे मदद का अनुरोध नहीं किया था। सैनिकों में ज्यादातर ने हरी टी-शर्ट और काली पैंट पहन रखी थी। उनके हाथों में लाल रंग की बाल्टी थी। वे रेनफ्रीयू रोड पर अवरोधकों को हटाने के लिये सुबह चार बजे अपनी छावनी से निकले थे। एक सैनिक ने बताया कि उनके कार्य का हांगकांग सरकार से कोई लेना देना नहीं है।

दमकलकर्मी और पुलिस अधिकारी भी सैनिकों के साथ सड़क साफ करते देखे गये। इससे पहले, हांगकांग के सुरक्षा सचिव जॉन ली का-चीयू ने कहा कि पीएलए यह फैसला करने के लिये स्वतंत्र है कि सैनिकों को सैन्य स्थलों के बाहर स्वयंसेवी सेवाओं के लिये भेजा जाए या नहीं और स्थानीय सरकार के पास इस बारे में कोई रिकार्ड नहीं है कि कितनी बार ऐसा हुआ है। गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में 400 से अधिक सैनिक मांगखुत तूफान के दौरान गिरे पेड़ों को हटाने के लिये हांगकांग के काउंटी पार्क में भेजे गये थे। 

Web Title: China deploys troops for the first time after a pro-democracy demonstration in Hong Kong

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