टेंशन में चीन, अमेरिका ने दिया एक और झटका, ताइवान को 28 करोड़ डॉलर रु. के हथियार बेचेगा यूएस
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 8, 2020 01:52 PM2020-12-08T13:52:32+5:302020-12-08T13:53:53+5:30
ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका में ठन गई है। यूएस हमेशा से ही ताइवान को मदद कर रहा है। डोनाल्ड ट्रंप इसे चीन का हिस्सा नहीं मानते हैं।
वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को एक और झटका दिया है। राष्ट्रपति चुनाव हार चुके ट्रंप लगातार चीन को टेंशन दे रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन ने ताइवान को हथियारों की एक नई बिक्री की मंजूरी दे दी है। इसमें लड़ाकू विमान भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कार्गों प्लेन्स भी शामिल हैं। चीन का कहना है कि ताइवान एक स्वायत्तशासी देश है और इस पर पूरा अधिकार चीन का है। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन जल्द से जल्द इस डील को खत्म करे। अगर डील खत्म नहीं हुआ तो द्विपक्षीय संबंध पर असर पड़ेगा।
उन्नत सैन्य संचार उपकरणों की बिक्री की मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने ‘‘प्राप्तकर्ता (ताइवान) की सुरक्षा को बेहतर बनाने और क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, सैन्य संतुलन, अर्थव्यवस्था और प्रगति को बनाए रखने में मदद करने’’ और ‘‘ताइवान के मिशनों तथा परिचालन जरूरतों के लिहाज से उसकी सैन्य संचार क्षमता को आधुनिक बनाने के लिए’’ संचार उपकरणों की बिक्री को मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी ताइवान के रक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए ट्रंप प्रशासन द्वारा हाल ही में उठाए गए कई कदमों में से एक है। उसका यह कदम चीन के लिए एक और झटका है।
अमेरिका ने चीन के 14 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाया
हांगकांग की स्वायत्तता को कमजोर करने से संबंधित मामले में अमेरिका ने सोमवार को चीन के 14 वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया, जिनमें एक तिब्बती भी शामिल है। प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति (एनपीसीएससी) द्वारा हांगकांग के लोगों की अपने प्रतिनिधि का चुनाव करने की क्षमता को प्रभावित किया गया। प्रतिबंधों में वीजा पर रोक भी शामिल है। उन्होंने कहा कि एनपीसीएससी के 14 उपाध्यक्षों को प्रतिबंधित सूची में शामिल किया गया है।
बाइडन ने पूर्व सैन्य जनरल लॉयड ऑस्टिन को रक्षा मंत्री के तौर पर चुना
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सेवानिवृत्त सैन्य जनरल लॉयड ऑस्टिन को रक्षा मंत्री के तौर पर चुना है। मीडिया में आयी खबरों में इस बारे में दावा किया गया है। सीनेट की मंजूरी मिल जाने पर ऑस्टिन रक्षा मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले अमेरिकी होंगे। नव-निर्वाचित राष्ट्रपति के कार्यालय ने ऑस्टिन को रक्षा मंत्री के तौर पर चुने जाने संबंधी खबरों की पुष्टि नहीं की लेकिन कहा कि बाइडन क्रिसमस के पहले रक्षा मंत्री समेत अपनी कैबिनेट के कुछ और सदस्यों के नामों की घोषणा करेंगे।
न्यूज वेबसाइट ‘पोलिटिको’ ने सोमवार को बताया, ‘‘सेवानिवृत्त जनरल लॉयड ऑस्टिन को पेंटागन का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है, हालांकि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के रक्षा मंत्री पद के लिए उनके चुने जाने की उम्मीद कम ही थी।’’ ‘सीएनएन’ ने भी सूत्रों के हवाले से बताया कि बाइडन ने अमेरिका की सेंट्रल कमान के पूर्व कमांडर ऑस्टिन को रक्षा मंत्री के तौर पर चुना है। ऑस्टिन 2013 से 2016 के बीच अमेरिकी सेंट्रल कमान के कमांडर थे। ऑस्टिन 2016 में सेना से सेवानिवृत्त हो गए थे।
(इनपुट एजेंसी)