BRICS Summit: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी बोले, हमारा आपसी सहयोग वैश्विक पोस्ट-कोविड रिकवरी के लिए उपयोगी हो सकता है
By रुस्तम राणा | Published: June 23, 2022 07:19 PM2022-06-23T19:19:58+5:302022-06-23T19:33:03+5:30
ब्रिक्स लीडर्स को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की गर्वनेंस के बारे में हम ब्रिक्स सदस्य देशों का नज़रिया काफ़ी समान रहा है, इसलिए हमारा आपसी सहयोग वैश्विक पोस्ट-कोविड रिकवरी में उपयोगी योगदान दे सकता है।
नई दिल्ली: पीएम ने गुरुवार को वर्चुअली माध्यम से चीन द्वारा आयोजित 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने ब्रिक्स लीडर्स को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की गर्वनेंस के बारे में हम ब्रिक्स सदस्य देशों का नज़रिया काफ़ी समान रहा है और इसलिए हमारा आपसी सहयोग वैश्विक पोस्ट-कोविड रिकवरी में उपयोगी योगदान दे सकता है।
पीएम मोदी ने कहा, ब्रिक्स यूथ समिट, ब्रिक्स स्पोर्ट्स, और हमारे सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन्स और थिंक टैंक्स के बीच संपर्क बढ़ा कर, हमने अपना लोगों से लोगों का संपर्क (People-to-people connect) भी मजबूत किया है। उन्होंने कहा, "विश्वास है कि आज हमारे विचार-विमर्श हमारे संबंधों को और मजबूत करने के लिए सुझाव देंगे।"
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह खुशी की बात है कि न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) की सदस्यता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सदस्य देशों के बीच सहयोग जोड़ने से उनके नागरिकों को फायदा हुआ है।
बता दें कि ब्रिक्स देशों के इस वार्षिक सम्मेलन में पीएम मोदी के अलावा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष नेता शामिल थे।
वैश्विक अर्थव्यवस्था की governance के बारे में हम ब्रिक्स सदस्य देशों का नज़रिया काफ़ी समान रहा है।
— PMO India (@PMOIndia) June 23, 2022
और इसलिए हमारा आपसी सहयोग वैश्विक post-कोविड recovery में उपयोगी योगदान दे सकता है: PM @narendramodi
ब्रिक्स Youth Summits, ब्रिक्स Sports, और हमारे civil society organizations और think-tanks के बीच संपर्क बढ़ा कर, हमने अपना People-to-people connect भी मजबूत किया है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 23, 2022
बता दें कि ब्रिक्स 5 प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक संगठन है। इस संगठन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका देश शामिल हैं। ब्रिक्स सदस्य क्षेत्रीय मामलों पर अपने महत्वपूर्ण प्रभाव के लिए जाने जाते हैं। बता दें कि 2009 में पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसके बाद से, प्रत्येक वर्ष ब्रिक्स राज्यों की सरकारें औपचारिक शिखर सम्मेलनों में सालाना मिलती हैं।