जुम्मे की नमाज के दौरान मस्जिद में बम विस्फोट, 66 की मौत, विस्फोट स्थल पर ‘दिल दहला देने वाला दृश्य’
By भाषा | Published: October 19, 2019 05:32 PM2019-10-19T17:32:18+5:302019-10-19T19:21:14+5:30
नंगरहार प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अत्ताउल्ला खोग्यानी ने शनिवार को बताया कि चोडारी गांव की मस्जिद में दर्जनों लोग जुम्मे की नमाज के लिए पहुंचे थे, उसी दौरान यह बम धमाका हुआ। धमाके में 36 लोग घायल भी हुए।
पूर्वी अफगानिस्तान की एक मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान हुए बम विस्फोट में मारे गए 66 लोगों को दफना दिया गया है। अंत्येष्टि में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।
नांगरहार प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोग्यानी ने कहा कि जोडारी गांव स्थित मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हुए बम विस्फोट में 36 लोग घायल भी हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मस्जिद पर आत्मघाती हमला हुआ या किसी अन्य प्रकार का हमला।
उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या 66 है। उन्होंने कहा कि 10 घायलों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हस्कीमीना जिले के आसपास के ग्रामीणों ने कहा कि मस्जिद में बम विस्फोट के समय सौ से अधिक नमाजी थे। गुलाब शिनवारी नाम के एक ग्रामीण ने कहा कि जब वह अन्य स्थानीय लोगों के साथ विस्फोट स्थल पर पहुंचा तो उन्हें ‘‘दिल दहला देने वाला दृश्य’’ दिखा।
हमले की अभी किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूह दोनों ही पूर्वी अफगानिस्तान, खासकर नांगरहार प्रांत में सक्रिय हैं। वहीं, तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान जारी करके नांगरहार में हमले की निंदा की और इसे एक गंभीर अपराध बताया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने हमले की ‘‘कड़ी’’ निंदा की है और कहा है कि हमले के जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। एमनेस्टी इंटरनेशनल के दक्षिण एशिया के उप निदेशक उमर वारैक ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन, नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाने जैसी चीजों की कोई अनदेखी नहीं कर सकता।’’ यह हिंसा ऐसे समय हुई है, जब संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान में युद्ध में रिकार्ड संख्या में अफगान नागरिक मारे जा रहे हैं।