Coronavirus: अमेरिका की ओर से WHO की फंडिंग रोकने पर बिल गेट्स ने जताई नाराजगी, कहा- 'दुनिया को अब उसकी पहले से ज्यादा जरूरत'
By मनाली रस्तोगी | Published: April 15, 2020 01:59 PM2020-04-15T13:59:51+5:302020-04-15T13:59:51+5:30
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के लगातार बढ़ते हुए संक्रमण के बीच माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सह संस्थापक और अध्यक्ष बिल गेट्स ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की फंडिंग अमेरिका द्वारा रोकने पर नाराजगी जताई है। गेट्स ने कहा कि इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट के दौरान डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकना खतरनाक साबित हो सकता है।
न्यूयॉर्क: माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सह संस्थापक और अध्यक्ष बिल गेट्स (Bill Gates) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की फंडिंग रोकने के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। गेट्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की फंडिंग अमेरिका की ओर से रोकने को लेकर एक ट्वीट किया है।
बिल गेट्स ने अपने ट्वीट में लिखा कि विश्व स्वास्थ्य संकट के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए फंडिंग रोकना खतरनाक है। उनका काम कोविड-19 (COVID-19) के प्रसार को धीमा कर रहा है और अगर उस काम को रोक दिया जाता है, तो कोई अन्य संगठन उनकी जगह नहीं ले सकता है। दुनिया को अब पहले से कहीं ज्यादा विश्व स्वास्थ्य संगठन की जरूरत है।
Halting funding for the World Health Organization during a world health crisis is as dangerous as it sounds. Their work is slowing the spread of COVID-19 and if that work is stopped no other organization can replace them. The world needs @WHO now more than ever.
— Bill Gates (@BillGates) April 15, 2020
डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों रोकी WHO की फंडिंग?
दरअसल, कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को फैलने से रोकने में असफल रहने और इससे संबंधित सही जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने का निर्देश दे दिया। डब्ल्यूएचओ को हर साल अमेरिका 40 से 50 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता देता रहा है। ऐसे में इस महामारी के बीच फंडिंग रोकने से कई जगह ट्रंप की आलोचना हो रही है।
पहले भी कोरोना को लेकर चिंता जता चुके हैं बिल गेट्स
बिल गेट्स पूर्व में भी कोरोना को लेकर लोगों को जागरुक करते रहे हैं। उन्होंने 19 मार्च को भी कोरोना को लेकर कहा था कि जिन देशों ने जानलेवा कोरोना वायरस की जांच और शहरों एवं संस्थानों को बंद करने में अच्छा काम किया है वे कुछ हफ्तों में स्वास्थ्य क्षेत्र के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी जल्द ही वापसी कर सकते हैं।
गेट्स ने युवा पीढ़ी के बीच लोकप्रिय सोशल मीडिया साइट रेडिट पर सवालों के जवाब में कहा था कि मुझे आर्थिक नुकसान की चिंता है लेकिन इससे भी बदतर यह होगा कि यह विकासशील देशों को कैसे प्रभावित करेगा जो अमीर देशों की तरह सामाजिक दूरी नहीं बना सकते और जिनके अस्पतालों की क्षमता काफी कम है। इस दौरान गेट्स ये भी कहते हुए नजर आए थे कि गेट्स फाउंडेशन दुनियाभर में कोविड-19 से लड़ने में मदद के लिए 10 करोड़ डॉलर देगा।