बांग्लादेश में छात्रा की जलाकर हत्या, स्कूल के हेडमास्टर के खिलाफ लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप
By विनीत कुमार | Published: April 18, 2019 11:59 AM2019-04-18T11:59:28+5:302019-04-18T12:04:53+5:30
नुसरत के जनाजे में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। पुलिस ने इस मामले में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
बांग्लादेश में 19 साल की एक छात्रा नुसरत जहां रफी को उसके ही स्कूल में जलाकर मार देने की खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार नुसरत ने करीब दो हफ्ते पहले ही अपने स्कूल के हेडमास्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। यह घटना बांग्लादेश के एक छोटे से शहर फेनी की है। फेनी बांग्लादेश की राजधानी ढाका से करीब 160 किलोमीटर दूर है। बांग्लादेश में इस घटना के बाद लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और विरोध जताने के लिए लोग सड़कों पर उतर आये हैं।
नुसरत फेनी में एक मदरसे में पढ़ाई करती थीं। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार 27 मार्च को नुसरत ने बताया कि हेडमास्टर ने उन्हें अपने ऑफिस में बुलाया लगातार गलत अंदाज में छूता रहा। इससे पहले की हेडमास्टर की हड़कत और बढ़ती, नुसरत वहां से भाग खड़ी हुईं। इसके बाद नुसरत ने न केवल बाहर जाकर दूसरे लोगों को इस घटना के बारे में बताया बल्कि अपने परिवार की मदद से पुलिस स्टेशन जाकर मामला भी दर्ज कराया।
पुलिस ने नुसरत के बयान का बनाया वीडियो!
नुसरत ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में बयान दिया पर हैरान करने वाली बात ये रही कि उनके इस भयानक अनुभव को दर्ज कराते समय एक पुलिस अधिकारी वीडियो भी बनाता रहा। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि नुसरत परेशान हैं और अपना चेहरा छिपाने की लगातार कोशिश कर रही हैं। इस दौरान पुलिस अधिकारी भी नुसरत के चेहरे से हाथ हटाने की कोशिश करता है और लगातार यह भी कह रहा है 'कोई बात नहीं'।
बहरहाल, पुलिस में शिकायत के बाद हेडमास्टर को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन यहीं से नुसरत के लिए भी राह मुश्किल होती गई। कुछ स्थानीय लोग सड़क पर उतर आये और हेडमास्टर को छोड़ने की मांग करने लगे। बहरहाल, इन तमाम विवादों के बीच और यौन उत्पीड़न की घटना के 11 दिन बाद नुसरत 6 अप्रैल को फाइनल परीक्षा देने के लिए अपने स्कूल गईं।
नुसरत के भाई ने बताया, 'मैं अपनी बहन के साथ स्कूल के परिसर में जाने की कोशिश कर रहा था लेकिन मुझे अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। अगर मुझे नहीं रोका गया होता तो ऐसी घटना नहीं होती।'
स्कूल की छत पर जलाकर मारा गया
नुसरत के बयान के अनुसार उसकी एक सहपाठी यह कहते हुए उसे स्कूल के छत पर ले गई कि उनकी दोस्त को पीटा जा रहा है। नुसरत जब छत पर पहुंचीं तो वहां बुर्का पहने चार से पांच लोग पहले से मौजूद थे। इन लोगों ने नुसरत को घेरा और हेडमास्टर के ऊपर लगे केस को वापस लेने का दबाव डालने लगे। नुसरत ने जब इससे इनकार किया तो उसके ऊपर केरोसिन तेल डाल कर जला दिया गया।
आत्महत्या की तरह घटना को दिखाना चाहते थे हत्यारे
बांग्लादेश में पुलिस ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन के चीफ बनाज कुमार मजूमदार के अनुसार हत्यारे इस मामले को आत्महत्या की तरह दिखाना चाहते थे। हालांकि, उनकी ये योजना तब फेल हो गई जब नुसरत को घटनास्थल से निकाल लिया गया। इसके बाद घटना को अंजाम देने वाले वहां से भाग खड़े हुए। नुसरत इस बीच जरूर अपना बयान दर्ज कराने में कामयाब रहीं।
नुसरत को जब स्थानीय अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने बताया कि वे 80 फीसदी जल चुकी हैं। इसके बाद नुसरत को ढाका मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया। इसी दौरान एंबुलेंस में नुसरत ने अपने भाई के मोबाइल पर अपना बयान दिया। इस वीडियो में नुसरत कह रही हैं- मेरे टीचर ने मुझे छुआ, मैं अपनी अंतिम सांस तक इस अपराध के खिलाफ लड़ती रहूंगी।'
नुसरत की मौत 10 अप्रैल को हुई और उनके जनाजे में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। पुलिस ने इस मामले में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया है और माना जा रहा है कि इसमें से 7 हत्या में सीधे तौर पर शामिल थे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने घटना के बाद नुसरत के परिवार से मुलाकात की है और कहा है कि इस मामले में दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा।