असम में एनआरसी पर बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर- अवैध प्रवासियों की पहचान की प्रक्रिया भारत का आंतरिक मामला
By भाषा | Published: August 20, 2019 04:14 PM2019-08-20T16:14:17+5:302019-08-20T16:14:17+5:30
जयशंकर ने कहा कि असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) तैयार करने की प्रक्रिया भारत का आंतरिक मामला है । जयशंकर ने कहा कि लंबित तीस्ता जल समझौते के लिए भारत का रुख और प्रतिबद्धता पहले की तरह है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बांग्लादेश के अपने समकक्ष ए.के. अब्दुल मोमेन से मंगलवार को मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि असम में दस्तावेज तैयार करने और अवैध प्रवासियों की पहचान की प्रक्रिया भारत का आंतरिक मामला है। जयशंकरबांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री बनने के बाद जयशंकर की यह पहली बांग्लादेश यात्रा है।
द्विपक्षीय वार्ता के बाद मीडिया से बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेशी समकक्ष के साथ उनकी सार्थक बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘भारत अक्टूबर में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री शेख हसीना की मेजबानी करने के लिए उत्सुक है।’’
‘बीडीन्यूज’ के मुताबिक, मोमेन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) तैयार करने की प्रक्रिया भारत का आंतरिक मामला है । जयशंकर ने कहा कि लंबित तीस्ता जल समझौते के लिए भारत का रुख और प्रतिबद्धता पहले की तरह है।
मोमेन ने कहा कि वह बहुत उत्साहित हैं क्योंकि जयशंकर के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। बिना किसी मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम कमोबेश सभी मुद्दों पर सहमत हुए।’’ इससे पहले, जयशंकर ने ‘बंगबंधु स्मारक संग्रहालय’ में बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित की। जयशंकर प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात करेंगे।