एमनेस्टी ने आंग सान सू ची से सर्वोच्च सम्मान वापस लिया, जानिए क्या है कारण ?
By भाषा | Published: November 13, 2018 04:58 AM2018-11-13T04:58:11+5:302018-11-13T04:58:11+5:30
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सोमवार को आंग सान सू ची से अपना सर्वोच्च सम्मान रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ म्यामां की सेना द्वारा किये अत्याचारों पर उनकी ‘‘उदासीनता’’ को लेकर वापस ले लिया।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सोमवार को आंग सान सू ची से अपना सर्वोच्च सम्मान रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ म्यामां की सेना द्वारा किये अत्याचारों पर उनकी ‘‘उदासीनता’’ को लेकर वापस ले लिया।
लंदन स्थित वैश्विक मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि वह सू ची को दिया गया ‘‘ऐम्बैसडर आफ कॉन्शन्स अवार्ड’’ वापस ले रहा है जो उसने उन्हें 2009 में उस समय दिया था जब वह घर में नजरबंद थीं।
Amnesty International has announced that it has withdrawn its highest honour, the Ambassador of Conscience Award, from State Counsellor of Myanmar Aung San Suu Kyi. (file pic) pic.twitter.com/cx8KeEwOwI
— ANI (@ANI) November 12, 2018
समूह द्वारा जारी एमनेस्टी इंटरनेशनल प्रमुख कूमी नायडू द्वारा लिखे खत में कहा गया है, ‘‘आज हम अत्यंत निराश हैं कि आप अब आशा, साहस और मानवाधिकारों की रक्षा की प्रतीक नहीं हैं।’’
समूह ने कहा कि उसने अपने फैसले के बारे में सू ची को रविवार को ही सूचित कर दिया था। उन्होंने इस बारे में अब तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।