सीरिया से अमेरिका ने वापस बुलाए सैनिक, जुबानी जंग में उलझे ट्रंप ने पेलोसी को कहा- बीमार व्यक्ति
By भाषा | Published: October 17, 2019 04:20 PM2019-10-17T16:20:18+5:302019-10-17T16:49:27+5:30
सीरिया मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सदन की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के बीच वाक् युद्ध तेज हो गया है। ट्विटर पर दोनों नेता एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं।
सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाए जाने के मुद्दे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के वाक् युद्ध में उलझने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अमेरिका की घरेलू राजनीति का स्तर गिर गया है।
दोनों के बीच यह जुबानी जंग बुधवार को उस वक्त शुरू हुई जब व्हाइट हाउस ने डेमोक्रेटस और रिपब्लिकन्स दोनों के शीर्ष समिति सदस्यों एवं नेतृत्व और कांग्रेस सदस्यों को सीरिया पर नीति के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया था। इस बैठक में दोनों नेताओं ने एक - दूसरे पर गंभीर रूप से भावुक होने के आरोप लगाए।
कुछ घंटों बाद ट्रंप ने 79 वर्षीय डेमोक्रेटिक पार्टी नेता को ट्विटर पर “बीमार व्यक्ति” बताया। ट्रंप ने ट्विटर पर कहा, “नैन्सी पेलोसी को तुरंत मदद की जरूरत है। या तो उनके दिमाग में गड़बड़ी है या बात सिर्फ इतनी है कि उन्हें हमारा महान देश पसंद नहीं।”
ट्रंप ने कहा, “वह आज व्हाइट हाउस में पूरी तरह भावुक हो गईं। यह देखना बहुत दुखद था। उनके लिए प्रार्थना करें, वह बहुत बीमार व्यक्ति हैं।” ट्रंप ने अन्य ट्वीट में कहा, “किसी काम के नहीं डेमोक्रेट्स, पेलोसी और शूमर कैबिनेट रूम से बाहर निकल गए।”
ट्रंप ने व्हाइट हाउस बैठक कक्ष की एक तस्वीर भी ट्वीट की जिसके साथ लिखा, “घबराई नैन्सी पागलों की तरह भावुक हुई।” पेलोसी ने तुरंत इसको अपने ट्विटर प्रोफाइल का कवर पेज बना लिया। सांसद चक शूमर ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को बताया कि ट्रंप ने पेलोसी को “तीसरे दर्ज की नेता” कह कर उनका अपमान किया।
डेमोक्रेट्स ने कहा कि पेलोसी के अपमान के खिलाफ उन्होंने बैठक से वॉकआउट किया। पेलोसी ने संवादाताओं से कहा,“ सबसे दुखद यह है कि मैं हर वक्त राष्ट्रपति के लिए प्रार्थना करती हूं और मैंने उन्हें बताया कि - मैं उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हूं। मेरे विचार में अब हमें उनकी सेहत के लिए भी प्रार्थना करनी होगी।”
एक सवाल पर पेलोसी ने स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रपति की मानसिक सेहत के बारे में बात नहीं कर रही हैं बल्कि सच का सामना करने के तरीके के बारे में कह रही हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने ट्रंप के व्यवहार का बचाव किया और कहा कि उनका व्यवहार संयत था।