अमेरिकी बाइडन सरकार का बयान, भारत एक सच्चा मित्र, वैश्विक समुदाय की मदद के लिए कर रहा है दवा का उपयोग
By अनुराग आनंद | Published: January 23, 2021 07:43 AM2021-01-23T07:43:59+5:302021-01-23T07:49:26+5:30
चीन और पाकिस्तान से तनावपूर्ण रिश्ते के बीच अपने पड़ोसी देशों को भारत की वैक्सीन सप्लाई का मकसद मानवीय के साथ-साथ कूटनीतिक संबंधों को और मजबूत करना भी है।
न्यूयार्क: अमेरिका के जो बाइडन प्रशासन ने दक्षिण एशिया के कई देशों को कोविड-19 टीके की आपूर्ति करने के लिए भारत की सराहना की है और भारत को ‘‘एक सच्चा दोस्त’’ बताया है जो वैश्विक समुदाय की मदद के लिए अपने फार्मास्युटिकल क्षेत्र का उपयोग कर रहा है।
अमेरिका के विदेश विभाग के दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के ब्यूरो की ओर से ट्वीट किया गया, ‘‘हम वैश्विक स्वास्थ्य में भारत की भूमिका की सराहना करते हैं जिसने दक्षिण एशिया में कोविड-19 टीके की लाखों खुराक साझा की हैं।
भारत एक सच्चा मित्र है जो वैश्विक समुदाय की मदद कर रहा है-
भारत की ओर से टीके की मुफ्त खेप की आपूर्ति मालदीव, भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के साथ शुरू हुई और यह दूसरों के लिए भी विस्तारित होगी। भारत एक सच्चा मित्र है जो वैश्विक समुदाय की मदद के लिए अपने फार्मास्युटिकल क्षेत्र का उपयोग कर रहा है।’’
नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और मालदीव को भारत ने अपनी ‘‘पड़ोसी पहले’’ नीति के तहत अनुदान सहायता के तौर पर कोविड-19 टीका भेजा है। भारत कोरोना वायरस टीकाकरण का अभियान पहले ही बड़े पैमाने पर शुरू कर चुका है, जिसके तहत देश भर में दो टीके- कोविशील्ड और कोवैक्सीन अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों को दिये जा रहे हैं।
जानें किन देशों को भारत ने कितना वैक्सीन भेजी है-
भारत ने भूटान को कोविशील्ड टीके की 150,000 खुराक और मालदीव को 100,000 खुराकें भेजी हैं, जबकि बांग्लादेश को कोविड-19 टीकों की 20 लाख से अधिक खुराक और नेपाल को 10 लाख खुराक भेजी गई है।
भारत ने कोरोना वायरस वैक्सीन गिफ्ट के तौर पर 6 पड़ोसी देशों को भेज दी है। आनेवाले दिनों में भी भारत घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए साझीदार देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति करता रहेगा। चीन और पाकिस्तान से तनावपूर्ण रिश्ते के बीच अपने पड़ोसी देशों को भारत की वैक्सीन सप्लाई का मकसद मानवीय के साथ-साथ कूटनीतिक संबंधों को और मजबूत करना भी है।
(एजेंसी इनपुट)