अमेरिका में कोरोना के 'ओमीक्रॉन' वेरिएंट का पहला मामला आया सामने, दक्षिण अफ्रीका से लौटा शख्स संक्रमित
By विनीत कुमार | Published: December 2, 2021 08:21 AM2021-12-02T08:21:45+5:302021-12-02T08:26:58+5:30
अमेरिका में ओमीक्रॉन वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है। संक्रमित हुआ शख्स टीके की पूरी डोज ले चुका था और 22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था।
वाशिंगटन: अमेरिका ने अपने यहां कोरोना वायरस के 'ओमीक्रॉन' वेरिएंट का पहला केस मिलने की पुष्टि कर दी है। अमेरिका में ओमीक्रॉन का पहला मामला कैलिफोर्निया में मिला है। इससे संक्रमित शख्स दक्षिण अफ्रीका से हाल में लौटा है और वैक्सीन पूरी डोज भी ले चुका था। उसमें संक्रमण के हल्के लक्षण मिले हैं।
अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी एंथनी फाउची ने कहा कि अधिकारियों को पता था कि देश में ये वेरिएंट मिल सकता है और ये 'बस समय की बात' है। उन्होंने कहा कि वे अमेरिकी लोगों को याद दिलाना चाहते हैं कि टीकाकरण, बूस्टर्स और सार्वजनिक इंडोर स्थानों पर मास्क लगाए रखना बचाव का सबसे बेहतर तरीका है।
22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा शख्स मिला संक्रमित
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के एक बयान के अनुसार शख्स 22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था, और उसके करीबी लोगों के टेस्ट निगेटिव रहे हैं। पत्रकारों से बात करते हुए फाउची ने कहा कि रोगी 29 नवंबर को पॉजिटिव पाया गया उनकी जानकारी के अनुसार उसे बूस्टर डोज नहीं मिला है।
ओमीक्रॉन संस्करण के बारे में कुछ शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया है कि इसमें हल्के लक्षण आते हैं पर फाउची ने कहा कि अध्ययन के लिए बहुत अधिक डेटा मिलने तक इस पर बहुत कुछ अधिक नहीं कहा जा सकता है।
बूस्टर डोज लगाना बेहतर उपाय: फाउची
उन्होंने कहा, 'हमें अच्छा लगा कि इस मरीज में न केवल हल्के लक्षण थे, बल्कि वास्तव में उसमें सुधार होता दिख रहा है।' फाउची ने इस बात पर भी जोर दिया कि कोविड बूस्टर डोज लगाना बेहतर विचार है। उन्होंने कहा कि इससे एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली में एंटीबॉडी की संख्या बढ़ती है, जिनमें से कुछ नए वेरिएंट को रोकने में प्रभावी रहेंगे।
फाउची ने कहा कि ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के बारे में अधिक जानकारी दो से चार हफ्ते में मिलेगी, क्योंकि वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पिछले महीने के अंत में दक्षिण अफ्रीकी देशों से यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था। यहीं पर सबसे पहले कोविड के नए वेरिएंट का पता चला था। यह अभी तक 24 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।