वेनेजुएला में तनाव बढ़ा, विपक्षी नेता गुइदो की ओर से आमंत्रित यूरोपीय सांसदों को प्रवेश करने से रोका गया
By भाषा | Published: February 18, 2019 01:04 PM2019-02-18T13:04:58+5:302019-02-18T13:12:26+5:30
बोल्टन से जब पूछा गया कि भारत जैसे देश वेनेजुएला से तेल खरीदना जारी रखते हैं तो उन्हें किन परिणामों का सामना करना पड़ सकता है, बोल्टन ने संकेत दिया कि समस्या खड़ी होने से पहले ही हल की जा सकती है।
वेनेजुएला की सरकार ने विपक्ष के नेता जुआन गुइदो द्वारा आमंत्रित पांच यूरोपीय सांसदों को देश में प्रवेश करने से शनिवार को रोक दिया।
सरकार के इस कदम पर गुइदो ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
यूरोपीय संसद में स्पेन के सदस्य एस्तेबान गोंजालेज पोंस ने कहा, ‘‘ हमें वेनेजुएला से बाहर निकाला जा रहा है। हमारे पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं। उन्होंने हमें निष्कासन का कारण नहीं बताया है।’’
अन्य सांसदों में जोस इगनासियो सालाफ्रांका, गैब्रियल माटो अदरोवर, नीदरलैंड के एस्तेर डी लांगे, पुर्तगाल के पाउलो रैंगेल शामिल हैं। ये सभी यूरोपीयन पीपल पार्टी के सदस्य हैं।
गुइदो ने ट्विटर पर इस निर्णय की आलोचना की करते हुए कहा कि समूह को ‘‘ अलग-थलग पड़े और तर्करहित शासन ने निर्वासित कर दिया।’’
अमेरिका ने हल किया भारत का तेल संकट
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने शुक्रवार को संकेत दिया कि भारत की वेनेजुएला से तेल खरीदना जारी रखने से जुड़ी चिंताओं का हल पहले ही निकाला जा चुका है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले को लेकर बोल्टन और उनके भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के बीच टेलीफोन पर बातचीत के दौरान इस मुद्दे पर संक्षिप्त चर्चा हुई।
इस हफ्ते की शुरुआत में, बोल्टन ने कहा था कि वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों को माफ नहीं किया जाएगा।"
उन्होंने ट्वीट किया था, "राष्ट्रपति (निकोलस) मादुरो द्वारा वेनेजुएला के संसाधनों की चोरी का समर्थन करने वाले देशों और कंपनियों को माफ नहीं किया जाएगा।" इस ट्वीट के साथ उन्होंने और ज्यादा तेल बेचने के मकसद से वेनेजुएला के तेल मंत्री मैनुएल क्विवेदो की भारत यात्रा से जुड़ी एक खबर साझा की थी।
बोल्टन ने शुक्रवार को ट्वीट किया, "अमेरिका वेनेजुएला के लोगों की संपत्ति को संरक्षित करने के लिए अपनी पूरी ताकत का प्रयोग करना जारी रखेगा और हम सभी राष्ट्रों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।"
बोल्टन से जब पूछा गया कि भारत जैसे देश वेनेजुएला से तेल खरीदना जारी रखते हैं तो उन्हें किन परिणामों का सामना करना पड़ सकता है, बोल्टन ने संकेत दिया कि समस्या खड़ी होने से पहले ही हल की जा सकती है।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह सवाल होना चाहिये कि इसके परिणाम क्या होंगे, क्योंकि वे (भारत जैसे देश) वेनेजुएला से तेल की खरीद में कटौती भी कर सकते हैं।"
वेनेजुएला इस समय नेतृत्व संकट से गुजर रहा है। वहां हुए चुनाव में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को बहुमत मिला था, लेकिन विपक्ष के नेता जुआन गुइदो ने जनवरी में खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर दिया था। गुइदो को अमेरिका और यूरोपीय देशों का समर्थन हासिल है, जिसकी वजह से भारत जैसे देशों के वेनेजुएला से तेल खरीदने पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।