चीन के कारण दुनिया में कोरोना वायरस फैला, डोनाल्ड ट्रंप बोले- उसने नहीं उठाए कदम, कोर्ट में घसीटने की इजाजत देने वाला विधेयक पेश
By भाषा | Published: July 21, 2020 04:11 PM2020-07-21T16:11:10+5:302020-07-21T16:11:10+5:30
व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में ट्रंप ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह चीन से शुरू हुआ। इसे फैलने नहीं देना चाहिए था। वे इसे रोक सकते थे। वे आसानी से इसे रोक सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।’’
वाशिंगटनः कोविड-19 को लेकर चीन पर पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि चीन चाहता तो संक्रमण को दुनिया में फैलने से रोक सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
कोविड-19 महामारी से निपटने में चीन के रवैये पर ट्रंप पहले भी निराशा जता चुके हैं। मई में उन्होंने दावा किया था कि यह चीन की ‘अक्षमता’ है जिसकी वजह से दुनिया में इतने लोगों की जान जा रही है। चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस की शुरुआत के बाद से दुनिया भर में छह लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
अमेरिका में संक्रमण से 1,43,000 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में 40 लाख लोगों समेत दुनिया में 1.4 करोड़ से ज्यादा लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में ट्रंप ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह चीन से शुरू हुआ। इसे फैलने नहीं देना चाहिए था। वे इसे रोक सकते थे। वे आसानी से इसे रोक सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।’’
हमें आगे इस पर रिपोर्ट मिली। लेकिन यह चीन से ही आया
ट्रंप ने कहा, ‘‘हमें आगे इस पर रिपोर्ट मिली। लेकिन यह चीन से ही आया। चीन चाहता तो इसे रोक सकता था, लेकिन बाकी दुनिया में फैलने से पहले इसे नहीं रोका गया। उसने यूरोप, अमेरिका जाने पर रोक नहीं लगाया। ’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्हें इसे रोकना चाहिए था। उन्होंने पारदर्शिता नहीं दिखायी। उन्होंने ठीक इसके विपरीत रुख अपनाए रखा। यह ठीक नहीं है।’’
ट्रंप ने महामारी की स्थिति पर सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी से बात की । उन्होंने कहा, ‘‘हम सब एक साथ हैं। पिछले कुछ दिनों में दुनिया के कई नेताओं के साथ मैंने बात की है। यह ऐसी महामारी है जो हर जगह फैल रही है। कुछ देशों को लगा कि वे अच्छी स्थिति में हैं और अचानक से मामले बढ़ गए।’’
ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस एक वैश्विक समस्या है और अमेरिका वेंटिलेटर देकर दूसरे देशों की मदद कर रहा है । ट्रंप ने कहा, ‘‘हम कई देशों की मदद कर रहे हैं । उनके पास वेंटिलेटर नहीं है और हमने कई देशों को हजारों वेंटिलेटर भेजे हैं। यह एक वैश्विक समस्या है, लेकिन मैं चाहता हूं कि लोग समझें कि चीन के कारण यह वैश्विक समस्या शुरू हुई।’’
अमेरिका में कोविड-19 पर चीन को अदालत में घसीटने की इजाजत देने वाला विधेयक पेश
अमेरिका के कई प्रभावशाली रिपब्लिकन सांसदों ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी फैलाने में चीन की भूमिका के लिए उस पर संघीय अदालत में मुकदमा चलाने की अनुमति देने वाला एक विधेयक सोमवार को सीनेट में पेश किया। ‘कोविड पीड़ितों के लिए नागरिक न्याय कानून’ संघीय अदालतों को उन दावों को सुनने का अधिकार देता है कि कोविड-19 के लिए चीन जिम्मेदार है या उसने इसे फैलाने में काफी योगदान दिया है।
सांसदों - मार्था मैकसेली, मार्शा ब्लैकबर्न, टॉम कॉटन, जोश हावले, माइक राउंड्स और थोम टिलिस द्वारा पेश किया गया यह विधेयक चीन की उन लापरवाह कार्रवाइयों के लिए उससे उसकी संप्रभु प्रतिरक्षा को छीनता है जिससे वैश्विक महामारी फैली। साथ ही यह संघीय अदालतों को चीनी संपत्तियों को जब्त करने का भी अधिकार देता है। इस विधेयक का स्वरूप काफी हद तक 2016 के आतंकवाद के प्रायोजकों के खिलाफ न्याय कानून (जास्टा) जैसा है जो आतंकवाद खासकर 9/11 के पीड़ितों को अधिक कानूनी उपचार उपलब्ध कराता है।
मैकसेली ने कहा, ‘‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के झूठ एवं धोखे का शिकार हुए अमेरिकियों या अपने प्रियजनों को गंवाने वाले, कारोबारी नुकसान झेलने वाले या कोविड-19 के चलते निजी तौर पर नुकसान झेलने वाले, चीन को जिम्मेदार ठहराने और उससे उचित मुआवजा मांगने के हकदार हैं।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 से मरने वालों की संख्या और वित्तीय नुकसान बढ़ता ही जा रहा है, इसलिए इन नुकसानों की भरपाई अमेरिकी लोगों को करने के लिए चीन पर दबाव बनाया जाना चाहिए।