अलकायदा चीफ मारा गया, बाइडेन और खुफिया एजेंसियों को श्रेय, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति का ट्वीट
By मेघना सचदेवा | Published: August 2, 2022 05:15 PM2022-08-02T17:15:27+5:302022-08-02T17:15:27+5:30
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मारे जाने का श्रेय राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व और खुफिया एजेंसियों को दिया है। रविवार को अमेरिका ने काबुल में एक ड्रोन हमले में अल कायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया है।
काबुलः सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अमेरिका ने काबुल में एक ड्रोन हमले में अल कायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया है।
अल जवाहिरी दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक था और 2001 में 11 सितंबर के हमलों के मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जाता था। इसी को लेकर अब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रतिक्रिया सामने आई है।
उन्होंने कहा कि जवाहिरी की मौत इस बात का सबूत है कि अफगानिस्तान में बिना युद्ध लड़े भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ा जा सकता है। ओबामा ने कहा कि 9/11 हमले के 20 साल बाद जाकर अल कायदा चीफ और इस हमले के मास्टरमांइड अयमान अल जवाहिरी की मौत से आखिरकार इंसाफ मिला है।
बराक ओबामा राष्ट्रपति बाइडेन को दिया श्रेय
बराक ओबामा ने कहा कि जवाहिरी के मारे जाने का श्रेय राष्ट्रपति बाइडेन के नेतृत्व और खुफिया एजेंसियों को जाता है जो इसके लिए दशकों से काम कर रहे थे। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि इस ऑपरेशन को बिना आम जनता को नुकसान पंहुचाए अंजाम दिया गया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह 9/11 में मारे गए लोगों के परिवारों और अल कायदा के हाथों पीड़ित सभी लोगों को शांति का एक छोटा उपाय प्रदान देता है।
More than 20 years after 9/11, one of the masterminds of that terrorist attack and Osama bin Laden’s successor as the leader of al-Qaeda – Ayman al-Zawahiri – has finally been brought to justice.
— Barack Obama (@BarackObama) August 2, 2022
हेलफायर मिसाइलों से बनाया निशाना
बताया जा रहा है कि रविवार को जवाहिरी काबुल में एक घर की बालकनी में खड़ा था। 31 जुलाई को सूरज उगने के करीब एक घंटे बाद दो हेलफायर मिसाइलों से उसे निशाना बनाया गया था। जानकारी के मुताबिक उसे मारने के लिए अफगानिस्तान में कोई अमेरिकी शख्स या सेना मौजूद नहीं थी।