Afghanistan: तालिबान ने सैन्य जांच चौकी पर किया हमला, छह सैनिकों की मौत और पांच घायल
By भाषा | Published: May 11, 2020 06:28 PM2020-05-11T18:28:08+5:302020-05-11T18:55:46+5:30
तालिबान ने अफगान चौकी पर हमला किया। इस हमले में छह सैनिकों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए। अफगान सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
काबुलः अफगानिस्तान के पूर्वी लगमान प्रांत में रविवार रात को तालिबान ने एक सैन्य जांच चौकी पर हमला किया जिसमें छह सैनिकों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए।
सरकारी अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। तालिबान ने रविवार रात को हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है। कुछ दिनों पहले कतर में तालिबान के साथ बातचीत में अमेरिकी विशेष दूत ने अफगानिस्तान में हिंसा कम करने की बात पर जोर दिया था।
अफगान रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि सैनिकों ने हमलावरों को खदेड़ दिया। बयान के अनुसार तालिबान को भी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं उत्तरी काबुल में सोमवार को चार बम विस्फोट में एक बच्ची समेत चार लोग घायल हो गए। अफगान अधिकारियों के अनुसार एक बम कूड़ेदान के नीचे और तीन अन्य सड़क किनारे रखे गए थे।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता फिरदौस फरामर्ज ने बताया कि सड़क किनारे 10-20 मीटर की दूरी पर बमों को रखा गया था। उन्होंने कहा कि विस्फोट में 12 साल की बच्ची घायल हुई है। पुलिस घटना स्थल की जांच कर रही है। अभी तक किसी ने बम विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है।
विस्फोट का लक्ष्य कौन था, यह पता नहीं चल पाया है। काबुल और उसके आसपास तालिबान और इस्लामिक स्टेट दोनों गुट सक्रिय हैं जो लगातार नागरिकों और फौजियों को अपना निशाना बनाते रहे हैं।
काबुल में चार बम विस्फोट, चार नागरिक घायल
उत्तरी काबुल में सोमवार को चार बम विस्फोट में एक बच्ची समेत चार लोग घायल हो गए। अफगान अधिकारियों के अनुसार एक बम कूड़ेदान के नीचे और तीन अन्य सड़क किनारे रखे गए थे। काबुल पुलिस के प्रवक्ता फरदौस फरमर्ज ने बताया कि सड़क किनारे 10-20 मीटर की दूरी पर बमों को रखा गया था।
उन्होंने कहा कि विस्फोट में 12 साल की बच्ची घायल हुई है और पुलिस घटना स्थल की जांच कर रही है। अभी तक किसी ने बम विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है और विस्फोट के निशाने पर कौन था यह पता नहीं चल पाया है। काबुल और उसके आसपास तालिबान और इस्लामिक स्टेट दोनों गुट सक्रिय हैं जो लगातार नागरिकों और फौजियों को अपना निशाना बनाते रहे हैं।