पाकिस्तान को करना पड़ा शर्मिंदगी का सामना, ADB बैंक ने कर्ज देने के दावे को किया खारिज
By विकास कुमार | Published: June 17, 2019 03:47 PM2019-06-17T15:47:47+5:302019-06-17T15:48:30+5:30
एडीबी ने अपने जारी किए गए बयान में कहा है कि पाकिस्तान सरकार से कर्ज को लेकर बातचीत चल रही है लेकिन इसे लेकर अभी कोई समझौता नहीं हुआ है.पाकिस्तान को हाल ही में आईएमएफ से 6 अरब डॉलर का कर्ज मिला है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के वित्तीय सलाहकार ने बीते दिन ट्वीट किया था कि एडीबी(एशियन डेवलपमेंट बैंक) पाकिस्तान को 3.4 अरब डॉलर का बजटीय कर्ज मुहैया करवाएगा. लेकिन एक दिन बाद ही एडीबी ने इस दावे का खंडन किया है. सबसे पहले पाकिस्तान सरकार के दो वरिष्ठ आधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की थी कि एडीबी पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए तैयार हो गया है और इसके बाद इमरान खान के वित्तीय सलाहकार अब्दुल हाफिज शेख ने ट्वीट कर इस बात पर मुहर लगाई थी.
एडीबी ने अपने जारी किए गए बयान में कहा है कि पाकिस्तान सरकार से कर्ज को लेकर बातचीत चल रही है लेकिन इसे लेकर अभी कोई समझौता नहीं हुआ है. इस घटना से पाकिस्तान सरकार को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है. पाकिस्तान को हाल ही में आईएमएफ से 6 अरब डॉलर का कर्ज मिला है जिसके लिए कई कड़ी शर्तें लगाई गई हैं.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस वक्त कई मुश्किलों से गुजर रही है. हाल ही में पेश किए गए बजट में सरकार ने न्यूनतम इनकम टैक्स की 25 प्रतिशत दर को 35 कर दिया है. पहले पाकिस्तान में 12 लाख तक सालाना आय वाले लोगों को किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना पड़ता था लेकिन अब इसे 5 लाख कर दिया गया है. इमरान खान ने 30 जून तक सभी पाकिस्तानियों को अपनी संपत्ति का ब्योरा देने को कहा है. उसके बाद सरकार अघोषित संपत्ति को जब्त कर सकती है.
अर्थव्यवस्था की नाजुक हालत
महंगाई दर 13 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है. इस साल देश की जीडीपी लुढ़क कर 3.3 फीसदी पर पहुंच गई है. पाकिस्तान की कुल अर्थव्यवस्था का आकार भी 300 बिलियन डॉलर से घट कर 280 बिलियन डॉलर तक आ गया है. वहीं, देश के ऊपर कुल विदेशी कर्ज 97 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. इमरान खान ने देश को संबोधित करते हुए कहा था कि सरकार के पास अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए भी पैसे नहीं हैं.
एक अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान के कुल बजट का 53 फीसदी हिस्सा रक्षा बजट और विदेशी कर्जों के किस्त को अदा करने में खत्म हो जाता है.