प्रमुख चीनी अरबपति सन दाऊ को सुनाई गई 18 साल की सजा, सरकार की आलोचना करना पड़ा भारी
By दीप्ती कुमारी | Published: July 29, 2021 02:20 PM2021-07-29T14:20:06+5:302021-07-29T14:24:09+5:30
चीन के अरबपति सन दाऊ को अवैध रूप से कृषि भूमि पर कब्जा करना, राज्य एजेंसियों पर हमला करने के लिए भीड़ इकट्ठा करना और सरकारी कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकना आदि के लिए 18 साल की सजा सुनाई गई है ।
बीजिंग : एक प्रमुख चीनी अरबपति को 18 साल की सजी सुनाई गई है , पहली बार ऐसी कड़ी सजा किसी कॉर्पोरेट मालिकों को दी गई है । सन दाऊ उत्तरी प्रांत हेबई में देश के सबसे बड़े निजी कृषि व्यवसायिक में से एक है । 67 वर्षीय सुन कई बार मानवाधिकारों और राजनीतिक रूप से संवेदनशील विषयों पर अपनी बात रख चुके हैं ।
चीन अक्सर मुखर रूप से उसकी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों के खिलाफ ऐसे आरोप लगाता है कि उन्होंने सामाजिक अशांति फैलाई है । सन के खिलाफ अन्य आरोपों में अवैध रूप से कृषि भूमि पर कब्जा करना, राज्य एजेंसियों पर हमला करने के लिए भीड़ इकट्ठा करना और सरकारी कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकना शामिल है । उनपर 3.11 मिलियन युआन का जुर्माना भी लगाया गया था ।
मांस प्रसंस्करण और पालतू भोजन से लेकर स्कूलों और अस्पतालों तक के व्यवसायों के साथ सन की कंपनी चीन की सबसे बड़ी कंपनी है । कथित तौर पर उन्हें पिछले सरकार द्वारा संचालित एक खेत के साथ भूमि विवाद को लेकर 20 रिश्तेदारों और व्यापारिक सहयोगियों के साथ हिरासत में लिया गया था ।
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, उस समय उन्होंने कहा कि विवाद में पुलिस के साथ हुई घटना में उनके दर्जनों कर्मचारी घायल हो गए । सन को कुछ प्रमुख चीनी सरकार के विरूद्ध व्यक्तियों के करीब बताया जा रहा है और पहले भी उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना की है ।
वह उन कुछ लोगों में से एक थे , जिन्होंने खुले तौर पर सरकार पर अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के प्रकोप को कवर करने का आरोप लगाया था, जिसने 2019 में उनके खेतों को प्रभावित किया और साथ ही उनके उद्योग को बहुत तबाह कर दिया । सन ने कहा यथि कि जिस तरह से वे मेरी जांच कर रहे है कि यह मेरे करीबी लोगों को कष्ट पहुंचा रहा है और जो लोग मुझसे नफरत करते है उनके लिए ये खुशी का मौका है ।
आपको बताते दें कि चीन की कम्यूनिस्ट सरकार अपने विरोध में बोलने वाले या आवाज उठाने वाले सभी कारोबारियों को इसी तरह के मामलों में फंसाकर सजा सुनाती है ।