रोहिंग्या कैंप में 9 महीने में पैदा हुए 16 हजार बच्चेः तसलीमा नसरीन
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 21, 2018 08:53 PM2018-05-21T20:53:20+5:302018-05-21T20:53:20+5:30
म्यांमार में हिंसा के चलते भागने वाले करीब 700,000 रोहिंग्या मुस्लिमों में से अधिकतर बांग्लादेश में बड़े शिविरों में रह रहे हैं ।
ढाका, 21 मईः लेखिका तस्लीमा नसरीन ने बांग्लादेश के रोहिंग्या शरणार्थी कैंप में पैदा हो रहे बच्चों पर एक चौंकाने वाला ट्वीट किया है। उनके अनुसार बीते नौ महीनों के बीच बांग्लादेशी शराणार्थी कैंपों में ठहरे रोहिंग्या मुसलमानों की बेगमों ने 16 हजार बच्चों को जन्म दिया है। हालांकि उनके द्वारा दिए आंकड़ों की लोकमत न्यूज पुष्टि नहीं करता।
In 9 months, 16,000 children were born at Rohingya refugee camps in Bangladesh.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) May 20, 2018
उल्लेखनीय है म्यांमार में हिंसा के चलते भागने वाले करीब 700,000 रोहिंग्या मुस्लिमों में से अधिकतर बांग्लादेश में बड़े शिविरों में रह रहे हैं । हालांकि उनमें से कुछ देशों के बीच स्थित इस क्षेत्र में रहने पर अड़े हुए हैं।
म्यांमार ने रोहिंग्या मुस्लिमों को तनावपूर्ण सीमा को खाली करने को कहा
म्यांमार के सुरक्षा बलों ने बांग्लादेश से लगती अपनी सीमा के पास स्थित क्षेत्र में लाउडस्पीकर से घोषणा फिर से शुरू करते हुए रोहिंग्या मुस्लिमों को ‘‘नो मैंस लैंड’’ से तत्काल हटने को कहा है।
पिछले वर्ष म्यांमार के पश्चिमी इलाके में सैन्य कार्रवाई के चलते फरार हुए अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के करीब 6,000 शरणार्थी बांग्लादेश और म्यांमार के बीच इस सकरे क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।
म्यांमार फरवरी में इस बात पर सहमत हो गया था कि वह इन शरणार्थियों को इस क्षेत्र को खाली करके तत्काल बांग्लादेश चले जाने को कहने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करेगा। म्यांमार की सेना ने अपने सुरक्षा बलों की संख्या कम कर दिया लेकिन इस सप्ताहांत लाउडस्पीकर का प्रयोग फिर से शुरू हो गया।