अफगानिस्तान: करीब 80 स्कूली छात्राओं को दिया गया जहर, अस्पताल में भर्ती हुई लड़कियां, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: June 5, 2023 04:39 PM2023-06-05T16:39:05+5:302023-06-05T16:48:29+5:30
घटना पर बोलते हुए एक शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि नसवान-ए-कबोद आब स्कूल में 60 और नसवान-ए-फैजाबाद स्कूल में 17 लड़कियों को जहर दिया गया है।
काबुल: उत्तरी अफगानिस्तान में दो अलग-अलग घटनाओं में प्राथमिक विद्यालयों की 80 लड़कियों को जहर दे दिया गया, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक स्थानीय शिक्षा अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी है। ऐसा माना जा रहा है कि अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता में आने और अफगान महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों तथा स्वतंत्रता पर नियंत्रण करने के बाद से इस तरह का यह पहला मामला है।
बता दें कि देश में लड़कियों के छठी कक्षा से आगे पढ़ाई करने पर प्रतिबंध है। ऐसे में इस मामले में शिक्षा अधिकारी ने विस्तृत जानकारी नहीं देते हुए कहा कि जहर देने वाले व्यक्ति की निजी रंजिश थी। ये घटनाएं सर-ए-पुल प्रांत में शनिवार और रविवार को हुई है।
क्या है पूरा मामला
फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस पर जानकारी देते हुए अफगानिस्तान में एक शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि इस घटना में कम से कम 80 लड़कियों को जरह दिया गया है। मामले में बोलते हुए शिक्षा के प्रांतीय विभाग के निदेशक मोहम्मद रहमानी ने कहा है कि ये घटनाएं संगचरक जिले के कक्षा एक से छह तक की छात्राओं के साथ हुआ है।
उनके अनुसार, नसवान-ए-कबोद आब स्कूल में 60 और नसवान-ए-फैजाबाद स्कूल में 17 बच्चियों को जहर दिया गया है। ये स्कूल एक दूसरे के करीब और आमने सामने थे। रहमानी ने बताया कि बच्चियों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत अब ठीक है।
घटना के पीछे के मकसद का नहीं हो पाया है खुलासा
बता दें कि इस घटना को लेकर विभाग की जांच चल रही है और शुरुआती पूछताछ में अभी कुछ खास खुलासा नहीं हुआ है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि निजी रंजिश के कारण किसी ने दूसरे शख्स को पैसे देकर इस कार्य को कराया है। हालांकि शिक्षा अधिकारी द्वारा इस पर ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।
इस तरीके की घटना पड़ोसी देश ईरान में भी हुआ था जब स्कूली लड़कियों को जहर दी गई थी और इस की खबर सामने आई थी। हजारों लड़कियों ने तब बताया था कि वे जहरीले धुएं के कारण बीमार पड़ गए थे। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि जहरीले धुएं वहां किसने छोड़े थे।
भाषा इनपुट के साथ