अफगानिस्तान के हेलमंद में कार बम विस्फोट, मोर्टार हमले में बच्चों सहित 23 लोगों की मौत
By भाषा | Published: June 29, 2020 06:26 PM2020-06-29T18:26:16+5:302020-06-29T18:45:37+5:30
तालिबान ने दावा किया कि सैनिकों ने बाजार में मोर्टार दागे वहीं सेना का कहना है कि विद्रोहियों ने नागरिकों को निशाना बनाकर मोर्टार के गोले दागे और एक कार बम विस्फोट किया।
काबुलः दक्षिणी अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत के एक व्यस्त बाजार में सोमवार को कार बम विस्फोट और मोर्टार हमले में बच्चों सहित कम से कम 23 लोगों की मौत हो गयी।
प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गयी है। तालिबान और अफगान सेना दोनों संगिन जिले में हुयी इस घटना के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं। इस हमले का स्वतंत्र ब्यौरा नहीं मिल सका है क्योंकि वह क्षेत्र तालिबान के नियंत्रण में है और पत्रकारों के लिए दुर्गम है।
गवर्नर मोहम्मद यासीन के कार्यालय द्वारा जारी बयान में अधिक जानकारी नहीं दी गयी है और हमले के लिए किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान के एक प्रवक्ता कारी यूसुफ़ अहमदी ने इस बात से इनकार किया कि हमले में विद्रोही शामिल थे। तालिबान ने दावा किया कि सैनिकों ने बाजार में मोर्टार दागे वहीं सेना ने कहा कि विद्रोहियों ने कार बम और मोर्टार के गोलों से नागरिकों को निशाना बनाया।
सेना ने यह भी कहा कि सोमवार को उस क्षेत्र में कोई सैन्य गतिविधि नहीं थी और बाजार में हुए कार बम विस्फोट में तालिबान के भी दो लड़ाके मारे गए। बाजार में लोग भेड़ और बकरियां बेच रहे थे। हमले में पशु भी मारे गए हैं। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस "क्रूर और अमानवीय कृत्य" की कड़ी निंदा की और कहा कि नागरिकों को निशाना बनाना इस्लामी और मानवीय मूल्यों के खिलाफ है।
अफगानिस्तान के हेल्मंद प्रांत में सड़क किनारे बम धमाका, छह लोगों की मौत
अफगानिस्तान के हेल्मंद प्रांत में सड़क किनारे हुए बम धमाके में एक महिला और दो बच्चों समेत कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। किसी ने अभी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हेल्मंद प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता उमर ज्वाक ने कहा कि धमाका वाशेर जिले में हुआ। इस दौरान वाहन में सवार एक अन्य महिला घायल हो गई।
हालांकि उन्होंने महिला की हालत और इस बारे में कुछ नहीं बताया कि क्या वह भी परिवार की सदस्य थी। ज्वाक ने हमले के लिये तालिबान के आतंकवादियों को जिम्मेदार बताया है। अफगानिस्तान में हाल ही में हिंसा में बढ़ोतरी देखी गई है।
अधिकतर हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े स्थानीय समूह ने ली है, जो तालिबान और अफगानिस्तान सरकार दोनों से लड़ रहा है। इससे पहले शनिवार को देश के मानवाधिकार आयोग के दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी जब उनका वाहन राजधानी काबुल में सड़क किनारे रखे बम से टकरा गया था। आयोग की ओर से जारी बयान के अनुसार, मृतकों में दाता संपर्क अधिकारी फातिमा खलील (24) और वाहन चालक जावेद फौलाद (41) शामिल थे। इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली।