1989 में थ्येन आन मन चौक घटना की बरसीः चीन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी, अमेरिका ने CHINA और हांगकांग पर बोला हमला
By भाषा | Published: June 3, 2020 02:52 PM2020-06-03T14:52:42+5:302020-06-03T14:52:42+5:30
अमेरिका और चीन में ठन गई है। कई मुद्दों को लेकर यूएस लगातार चीन पर हमला कर रहा है। विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने थ्येन आन मन चौक को लेकर हमला बोला है। कहा कि चीन कई मामलों में लोगों को दबा रहा है। हांगकांग उसका साथ दे रहा है।
वाशिंगटनः अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने 1989 में थ्येन आन मन चौक पर लोकतंत्र समर्थकों के खिलाफ की गई चीन की बर्बर कार्रवाई की बरसी पर एक कार्यक्रम की अनुमति नहीं देने को लेकर चीन और हांगकांग के अधिकारियों की आलोचना की।
पोम्पिओ ने चीन की यह आलोचना अमेरिका में संघीय बलों के व्हाइट हाउस के सामने एक पार्क में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने के एक दिन बाद की है। विदेश मंत्रालय के अनुसार पोम्पिओ की थ्येन आन मन चौक की घटना के जीवित बचे लोगों से भी मुलाकात करने की योजना है।
उनकी यह योजना राष्ट्रपति ट्रंप के प्रदर्शनों को शांत कराने के लिए सेना बुलाने की चेतावनी देने के बाद आई है। पोम्पिओ ने दिन की शुरुआत चार जून को हांगकांग में सालाना थ्येन आन मन चौक की घटना बरसी पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की मनाही के लिए चीन की आलोचना के साथ की।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘30 वर्ष में पहली बार हांगकांग के अधिकारियों ने थ्येन आन मन की बरसी पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। हांगकांग के लोगों की आवाज और पसंद को दबाने और उन्हें मुख्यभूमि के लोगों के जैसा बनाने की चीन की मंशा पर क्या कोई संदेह है।’’
पोम्पिओ ने चीन को हांगकांग की स्वायत्तता, स्वतंत्रता में दखल ना देने की चेतावनी दी
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन को हांगकांग की स्वायत्तता एवं स्वतंत्रता में दखल ना देने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह निश्चित तौर पर अमेरिका के 'एक देश, दो प्रणाली' और क्षेत्र की स्थिति के आकलन को प्रभावित करेगा।
हांगकांग का ‘एक देश, दो प्रणाली’ के तहत 1997 में चीन में विलय हो गया थ। इस सिद्धांत के तहत हांगकांग को चीन कुछ हद तक स्वायत्तता प्रदान करता है, जिसे आधिकारिक तौर पर हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र कहा जाता है। पोम्पिओ ने सख्त अल्फाज में कहा, ‘‘ चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा और बुनियादी कानून के तहत हांगकांग की स्वायत्तता एवं स्वतंत्रता पर कोई भी निर्णय निश्चित तौर पर 'एक देश, दो प्रणाली' और क्षेत्र की स्थिति के हमारे आकलन को प्रभावित करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हाल ही में मुझे पता चला है कि चीनी सरकार ने हांगकांग में अमेरिकी पत्रकारों के काम में हस्तक्षेप करने की धमकी दी है।’’ पोम्पिओ ने कहा कि ये पत्रकार स्वतंत्र मीडिया का हिस्सा हैं, कोई प्रचारक नहीं और अपनी रिपोर्टिंग के जरिए ये चीन के नागरिकों और विश्व को जानकारी मुहैया कराते हैं। ‘ब्रेइटबार्ट न्यूज नेटवर्क और सिरियसएक्सएम पैट्रियट’ को दिए साक्षात्कार में पोम्पिओ ने कहा था उन्हें हांगकांग में विदेशी पत्रकारों को मिल रही धमकियों के बार में पता चला है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि इससे पता चलता है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को उनके कदमों से होने वाले खतरे की जानकारी है। मुझे लगता है कि वे हमले उनकी कमजोरी दर्शाते हैं ना की कोई समाधान।’’ इससे पहले पोम्पिओ कोरोना वायरस से निपटने के तरीके को लेकर भी चीन की काफी अलोचना कर चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी कोरोना वायरस को लेकर चीन पर हमला बोलते हुए कहा था कि उसे समय रहते विश्व को आगाह करना चाहिए था।