जानें कौन हैं मध्य प्रदेश की डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा, 21 साल में बन गईं थी DSP, वीडियो वायरल होने के बाद बर्खास्त की उठी मांग
By पल्लवी कुमारी | Published: January 20, 2020 12:43 PM2020-01-20T12:43:20+5:302020-01-20T12:43:20+5:30
अपने ऊपर लगे आरोपों पर डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने कहा, ‘‘हमने कोई हाथापाई नहीं की है। उन लोगों (प्रदर्शनकारियों) ने हमारे साथ बदसलूकी की। हम लोग हमारी ड्यूटी कर रहे हैं। जिले में धारा 144 लगी है। उसका उल्लंघन न हो और जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं।’’
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में रविवार (19 जनवरी) को संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाल रहे बीजेपी के कार्यकर्ताओं और प्रशासन के बीच जमकर टकराव हुआ। इस घटना के बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता एवं उनके अधीनस्थ काम कर रहीं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने राजगढ़ जिले के ब्यावरा में संशोधित नागिरकता कानून (सीएए) के समर्थन में धारा 144 लगाने के बाद भी रैली निकालने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं को धकेलती नजर आईं। जिसके बाद वायरल वीडियो में गुलाबी रंग का कोट पहने डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा चर्चा में आ गईं। वीडियो में प्रिया वर्मा कुछ प्रदर्शनकारियों को धकेलती नजर आ रही हैं।
ट्विटर पर हैशटैग #Terminate_priya_verma (यानी प्रिया वर्मा को बर्खास्त किया जाए।) और #PriyaVerma ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के साथ सोशल मीडिया दो गुट में बंट गया है। एक गुट जो प्रिया वर्मा के समर्थन में है तो वहीं दूसरा गुट प्रिया वर्मा को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है।
Being as DC u have no authority to beat and drag the citizens who is protesting peacefully..
— Er.Ramendra Singh (@ramendrasingh32) January 20, 2020
Govt. Should have take strict action against her...
"Protest is rights of citizens whether it is against or #CAA_NRC_Protests or favour of it"#PriyaVerma#Terminate_priya_vermapic.twitter.com/ROQZ3w1trL
#Terminate_priya_verma#PriyaVerma
— amar patil (@amar_patil87) January 20, 2020
Pseudo secular Gang Where are you?
NDTV,
The Hindu,
Wire
They will report,
Government official assualted by Mob.
Same as they are reporting about CAA. pic.twitter.com/Si11HmkHvu
Who gave her authority to slap peaceful protesters standing with folded hands ??Such a SHAME ....
— Barkha Trehan (@barkhatrehan16) January 20, 2020
I give her challenge to do the same at #ShaheenBaghProtest
Rt if you feel she should be sacked immediately.#Terminate_priya_verma@IASassociationhttps://t.co/ZJs2ouhR10
#Terminate_priya_verma#PriyaVerma OMG how is she Slapping to all those who Hosting Tiranga. https://t.co/mwewtkDE2K
— Pradeep Mishra (@Pradeep78095897) January 20, 2020
कुछ लोगों ने प्रिया वर्मा की इस कार्रवाई को लेकर राज्य की कमलनाथ सरकार पर सवाल उठाए हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो कदम उठाया गया, वह सही था।
I stand with #PriyaVerma 🇮🇳 #प्रियावर्माजिंदाबादpic.twitter.com/MUU78fQcft
— SPIDER-MAN (@IamSpidermanNew) January 19, 2020
More power to brave lady #PriyaVerma (Deputy Collector Rajgarh, MP)#प्रियावर्माजिंदाबादpic.twitter.com/nIceC9UJdG
— #प्रियावर्माजिंदाबाद (@kamleshRnarayan) January 20, 2020
I support you for your confidence #प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबाद#प्रियावर्माजिंदाबादpic.twitter.com/kFu5QDOGXA
— Yasser Riyaz (@yasser_riyaz) January 20, 2020
I sallute You Mam
— Mohammad Adil (@Mohamma63096289) January 20, 2020
I stand with Depty Collector of Rajgarh MP #प्रियावर्माजिंदाबादpic.twitter.com/q5yNKuIl97
कौन हैं प्रिया वर्मा
प्रिया वर्मा 21 साल की उम्र में डीएसपी बन गईं थी। प्रिया वर्मा इंदौर के पास के एक गांव मांगलिया की रहने वाली हैं। साल 2014 में प्रिया वर्मा ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की थी।
प्रिया वर्मा की पहली पोस्टिंग भैरवगढ़ जेल में बतौर जेलर हुई थी। इसके बाद साल 2015 में वो डीएसपी बन गईं। 2017 में वह एक बार फिर परीक्षा देकर प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया और डिप्टी कलेक्टर बनीं।
जानें क्या है पूरा विवाद
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में रविवार (19 जनवरी) को संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाल रहे बीजेपी के कार्यकर्ताओं और प्रशासन के बीच जमकर टकराव हुआ। राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता एवं उनके अधीनस्थ काम कर रहीं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने राजगढ़ जिले के ब्यावरा में संशोधित नागिरकता कानून (सीएए) के समर्थन में धारा 144 लगाने के बाद भी रैली निकालने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं को भारी तादाद में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सामने कथित रूप से रविवार को चांटे मारे।
इससे नाराज प्रदर्शनकारियों ने इन दोनों अधिकारियों से भी बदसलूकी की और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा की चोटी खींचने के साथ-साथ उसके कमर में बहुत तेज से लात भी मारी। इस सारी घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हो गये हैं। हालांकि, डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने ‘भाषा’ को फोन पर बताया कि हमने कोई हाथापाई नहीं की है।
Madhya Pradesh: FIR registered against two persons for hitting and pulling hair of Rajgarh Deputy Collector Priya Verma during a demonstration held by BJP workers in support of #CAA in Rajgarh yesterday. One accused arrested. https://t.co/jqGhpBcGDJ
— ANI (@ANI) January 20, 2020
इस घटना के बाद एक बाद एक कई ट्वीट कर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, 'राजगढ़ में मेरे निर्दोष नागरिक और कार्यकर्ता भारत की संसद द्वारा बनाये गए कानून के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे, क्या यह अपराध है? कलेक्टर साहिबा, कांग्रेस सरकार पर तो जनता का विश्वास कभी था ही नहीं, क्या आप चाहती हैं कि लोग शासन-प्रशासन पर भी भरोसा करना छोड़ दें?'
जानें सफाई में प्रिया वर्मा ने क्या कहा?
कलेक्टर निधि से भी इस बारे में उनका पक्ष जानने के लिए बार-बार फोन किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। वहीं, बीजेपी ने इन दोनों अधिकारियों द्वारा सीएए के समर्थकों को पीटे जाने पर कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा। इसके अलावा, बीजेपी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने बताया, ‘‘हमने कोई हाथापाई नहीं की है। उन लोगों (प्रदर्शनकारियों) ने हमारे साथ बदसलूकी की। हम लोग हमारी ड्यूटी कर रहे हैं। जिले में धारा 144 लगी है। उसका उल्लंघन न हो और जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगाई गई थी। हम लोग बेसिकली राजगढ़ में रहते हैं। सुबह से हमारी ब्यावरा में ड्यूटी लगाई गई थी। हम अपने-अपने तैनाती स्थल पर तैनात थे। उधर से भीड़ आई। उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की। मेरी पीछे से एक व्यक्ति ने चोटी खींच दी और एक व्यक्ति ने मेरी कमर में बहुत तेज लात भी मारी। उसके बाद ये सब कुछ हुआ है। यह दोपहर करीब दो-ढाई बजे की बात है।’’