चिदंबरम और अमित शाह की गिरफ्तारी की सोशल मीडिया पर हो रही है तुलना, लोग कर रहे हैं ऐसी बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 22, 2019 11:17 AM2019-08-22T11:17:08+5:302019-08-22T11:17:08+5:30
पी. चिदंबरम पर INX मीडिया मामले में रिश्वत लेने का आरोप है। दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को चिदंबरम को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद चिदंबरम की 21 अगस्त की रात को गिरफ्तारी हुई है।
आईएनएक्स मीडिया मामले (INX media case) में पूर्व वित्त मंत्री व गृह मंत्री पी चिदंबरम को बुधवार (21 अगस्त) की रात सीबीआई (CBI) ने गिरफ्तार किया। चिदंबरम को आज (22 अगस्त) को राउज ऐवेन्यू स्थित सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में अमित शाह के गिरफ्तारी के भी चर्चें हो रहे हैं। 25 जुलाई 2010 को वर्तमान के गृह मंत्री अमित शाह को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा है कि जब 2010 में अमित शाह गिरफ्तार हुये थे तो उन्हें तत्कालिन गृह मंत्री पी चिदंबरम ने गिरफ्तार करवाया था। चिदंबरम 29 नवंबर, 2008 से 31 जुलाई 2012 तक गृह मंत्री रहे थे।
सीबीआई ने 15 मई, 2017 को प्राथमिकी दर्ज कर आरोप लगाया था कि वित्त मंत्री के रूप में चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी धनराशि प्राप्त करने के लिए मीडिया समूह को दी गई विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) मंजूरी में अनियमितताएं हुयीं थी।
सोशल मीडिया पर अमित शाह की गिरफ्तारी और चिदंबरम की गिरफ्तारी की चर्चा
सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो उस वक्त का है जह यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान पी. चिदंबरम देश के गृह मंत्री थे, उस वक्त सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में अमित शाह के गिरफ्तारी के पहले का है। 25 जुलाई 2010 को सीबीआई के सामने आत्म-समर्पण से अमित शाह वे प्रेस-वार्ता कर अपनी सारी बात रखी थी।
वीडियो को शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि पी चिदंबरम और अमित शाह की गिरफ्तारी की तुलना नहीं की जा सकती है। अमित शाह पी चिदंबरम की तरह भागे नहीं थे और नाहीं छिपे थे। अमित शाह ने तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात कही और खुद सीबीआई के सामने समर्पण किया था। कानूनी प्रक्रिया का सामना किया और कोर्ट से बरी हुए। उन्होंने लोकतांत्रिक प्रकियाओं का पूरा सम्मान किया था।
देखें अमित शाह का वो वायरल वीडियो
25 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। अमित शाह तीन महीने तक जेल में रहे थे। जेल से बाहर आने के बाद शाह को दो साल गुजरात से बाहर रहने का आदेश दिया गया था। सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर केस में फिर 29 अक्टूबर, 2010 को गुजरात की हाईकोर्ट ने अमित शाह को बेल दी थी। उस वक्त बीजेपी ने यूपीए सरकार पर बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया था।
2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह को राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट ने शाह को गुजरात जाने का आदेश दे दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केस मुंबई में शिफ्ट कर दिया गया। 2015 में सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने अमित शाह को बरी कर दिया था।
गिरफ्तारी से पहले का पी चिदंबरम का पीसी
INX media case का पूरा मामला
सीबीआई ने 15 मई, 2017 को एक प्राथमिकी दर्ज की और आरोप लगाया था कि वित्त मंत्री के रूप में चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी धनराशि प्राप्त करने के लिए मीडिया समूह को दी गई विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) मंजूरी में अनियमितताएं हुयीं इसके बाद, ईडी ने 2018 में इस संबंध में धनशोधन का मामला दर्ज किया।
अदालत ने सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिकाओं पर 25 जनवरी को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। अदालत ने मामले में उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया। अदालत के आदेश के बाद चिदंबरम ने चुप्पी साधे रखी और मीडिया से दूर रहे। चिदंबरम ने वरिष्ठ वकीलों कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और सलमान खुर्शीद से मशविरा किया।