MP: शिक्षा के मंदिर का ये कैसा रूप! पढ़ाई-लिखाई सिखाने के बजाय 'पैग' बनाना सिखा रहा शिक्षक, VIDEO वायरल होते ही मचा हड़कंप
By अंजली चौहान | Updated: April 19, 2025 14:30 IST2025-04-19T14:28:44+5:302025-04-19T14:30:38+5:30
MP Viral Video: मध्य प्रदेश के कटनी जिले के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को नाबालिग छात्रों को शराब पिलाने के वायरल वीडियो के बाद निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों ने गंभीर कदाचार और शिक्षण नैतिकता के उल्लंघन का हवाला देते हुए तत्काल कार्रवाई की।

MP: शिक्षा के मंदिर का ये कैसा रूप! पढ़ाई-लिखाई सिखाने के बजाय 'पैग' बनाना सिखा रहा शिक्षक, VIDEO वायरल होते ही मचा हड़कंप
MP Viral Video: मध्य प्रदेश के कटनी जिले के एक सरकारी स्कूल से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। परेशान करने वाले वीडियो में स्कूल के भीतर शिक्षक और छात्रों को ऐसी हरकत करते देखा जा रहा जिसे देख बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, वीडियो में शिक्षक को नाबालिग छात्रों को शराब की पेशकश करते हुए दिखाया गया है। वह बरवारा ब्लॉक में स्थित खिरहनी गाँव के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। जिसका यह वीडियो सामने आने के बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षक की पहचान लाल नवीन प्रताप सिंह के रूप में की गई है, जो वीडियो में शराब को कप में डालकर छोटे लड़कों को देते हुए देखा गया था। वीडियो में उन्हें एक छात्र को पेय पीने से पहले उसमें पानी मिलाने का निर्देश देते हुए सुना जा सकता है।
शिक्षा का मंदिर शर्मसार!
— Manjeet Ghoshi (@ghoshi_manjeet) April 18, 2025
कटनी, मध्य प्रदेश में एक शिक्षक द्वारा मासूम बच्चों को देशी शराब पिलाने का घिनौना कृत्य सामने आया है।
यह घटना प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था और भाजपा सरकार की लापरवाही का सीधा प्रमाण है।
भाजपा शासन में शिक्षक मर्यादा भूले बैठे हैं और सरकार आंख मूंदे बैठी है। pic.twitter.com/Zl66PF7I9x
वीडियो के वायरल होने के बाद, कटनी के जिला कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने त्वरित कार्रवाई की और जिला शिक्षा अधिकारी ओपी सिंह को जांच करने का निर्देश दिया। सिंह को उसी दिन एमपी सिविल सेवा (आचरण) नियमों के तहत गंभीर कदाचार, नाबालिगों के बीच शराब के सेवन को बढ़ावा देने और शिक्षण पेशे के नैतिक मानकों का उल्लंघन करने के लिए निलंबित कर दिया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने निलंबन की पुष्टि की और इस बात पर जोर दिया कि शैक्षणिक संस्थानों की पवित्रता बनाए रखने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।