करप्शन में हुआ थानेदार का तबादला लेकिन विदाई हुई ऐसी.. जैसे जग जीता हो, अब हुई ये सख्त कार्रवाई
By गुणातीत ओझा | Published: June 5, 2020 02:54 PM2020-06-05T14:54:07+5:302020-06-05T14:55:30+5:30
भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे थानेदार की विदाई में हुजूम उमड़ पड़ा। सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी धज्जियां उड़ीं कि देखने वालों को भी लगा होगा कि कोरोना से अब डरने की जरूरत नहीं है। मामला उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर का है।
लखनऊ। अंबेडकर नगर जिले में तबादले के बाद विदाई जुलूस निकालना एक थानाध्यक्ष को मंहगा पड़ा, इसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने उन्हें निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ सामाजिक दूरी उल्लंघन का मामला दर्ज करने का आदेश भी दिया है। अंबेडकर नगर के पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया, '' हमने एक वीडियो देखा जिसमें इंस्पेक्टर अपने तबादले के बाद वाहनों के लंबे काफिले के साथ जा रहे थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुये इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है और उनके साथ जो अन्य पुलिसकर्मी इस विदाई जुलूस में शामिल थे उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिये गये हैं।''
उन्होंने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक को इस मामले की विस्तृत जांच करने के आदेश दिये गये है। इस मामले में सामाजिक दूरी का उल्लंघन करने पर प्राथमिकी दर्ज कराने को भी कहा गया है। गुरूवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें देखा गया कि आंबेडकर नगर के बसखारी पुलिस स्टेशन से जैतपुर पुलिस स्टेशन में तबादला होने पर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह को बहुत धूमधाम से विदाई दी गयी थी। सूत्रों के अनुसार थानाध्यक्ष के इस शानदार विदाई समारोह का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। वीडियो में थानाध्यक्ष फूलों से लदी एक खुली जीप में बैठे थे और उनके पीछे वाहनों का एक लंबा काफिला था जिसमें शामिल लोग न तो मास्क लगाये हुये थे और न ही सामाजिक दूरी का पालन किया गया था।
थानेदार मनोज सिंह पर भाजपा विधायक संजू देवी ने अवैध उगाही का आरोप लगाया था। जिसके बाद थानेदार को वहां से हटा दिया गया। थानाध्यक्ष की विदाई के दौरान बिना मास्क के कई पुलिसकर्मी शामिल हुए। खुली जीप, बाइकों पर भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
इस दौरान पुलिस वाहन 112 पर सवार होकर पुलिसकर्मी शामिल हुए, खुले में बिना हेल्मेट के बाइक पर सवार भी पुलिसकर्मी दिखे। इस विदाई के जश्न के दौरान ना तो किसी ने मास्क लगाया हुआ था और ना ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता दिख रहा था। अन्य सरकारी गाड़ियों को बुलाकर इस काफिले में शामिल किया गया। एक बड़े जश्न के तौर पर मनोज सिंह को विदाई दी गई।