मायावती के यूपी में जंगलराज वाले बयान पर यूपी पुलिस ने ट्वीट कर दिया जवाब, लिखा- 'जंगलराज अतीत की बात है, आंकड़े साबित करते हैं'
By पल्लवी कुमारी | Published: December 6, 2019 01:17 PM2019-12-06T13:17:08+5:302019-12-06T13:17:08+5:30
7 नवंबर की रात हैदराबाद की 26 वर्षीय महिला डॉक्टर का गैंगरेप और हत्या कर जला दिया गया था। 28 नवंबर की सुबह हाईवे-44 के एक ब्रिज के नीचे पीड़िता की लाश मिली थी। जिसके बाद चारों आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आज (12 दिसंबर) तड़के उनको पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।
हैदराबाद दिशा (बदला हुआ नाम) गैंगरेप और हत्याकांड के सभी चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं। हैदराबाद रेप के चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मारे जाने की घटना पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस को भी हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए। मायावती ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार सो रही है। यहां (उत्तर प्रदेश) की और दिल्ली की पुलिस को भी हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से यहां अपराधियों के साथ राज्य के मेहमानों की तरह व्यवहार किया जाता है, यूपी में अब जंगलराज है।' इस बात पर यूपी पुलिस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मायावती को जवाब देते हुए कहा है कि यूपी में जंगलराज नहीं है।
Mayawati: Crimes against women are on the rise in Uttar Pradesh, but the state government is sleeping.Police here and also in Delhi should take inspiration from Hyderabad Police,but unfortunately here criminals are treated like state guests, there is jungle raj in UP right now https://t.co/KeN53KCV4A">pic.twitter.com/KeN53KCV4A
— ANI UP (@ANINewsUP) https://twitter.com/ANINewsUP/status/1202799893502255105?ref_src=twsrc%…">December 6, 2019
यूपी पुलिस ने एक अंग्रेजी वेबसाइट पर मायावती के बयान की खबर को ट्वीट करते हुए कहा है, यूपी में जंगलराज अतीत की बात है, अब ऐसा नहीं है, क्योंकि इसकी गवाही आंकड़े दे रहे हैं। पिछले 2 वर्षों में 5178 पुलिस की व्यस्तताओं में 103 अपराधी मारे गए और 1859 घायल हुए हैं। 17745 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया या जेल जाने के लिए अपनी खुद की बेल रद्द कर दी है।
यूपी पुलिस ने एक नहीं बल्कि एक ट्वीट के बाद कई ट्वीट किए।
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more than 2 years.
17745 criminals surrendered or cancelled their own bails to go to jail.
Hardly state guests. https://t.co/3Tk8qFLtK3
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more than 2 years.
17745 criminals surrendered or cancelled their own bails to go to jail.
Hardly state guests. https://t.co/pN4Nx51dEE
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more than 2 years.
17745 criminals surrendered or cancelled their own bails to go to jail.
Hardly state guests. https://t.co/8ed1bqltRd
यूपी पुलिस के इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेयर किया है। कुछ लोग यूपी पुलिस के आकड़ों को गलत बता रहे हैं तो कुछ लोग यूपी पुलिस के समर्थन में हैं।
जानें हैदराबाद एनकाउंटर और हैदराबाद गैंगरेप कांड के बारे में
हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के गैंगरेप और मर्डर के 10 दिन बाद चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर ने पुष्टि करते हुए कहा कि इन लोगों ने उस वक्त भागने की कोशिश की थी, जब इन्हें क्राइम सीन दोहराने के लिए ले वहां ले जाया गया था, जहां पीड़िता के साथ हैवानियत की गई थी। पुलिस कहना है कि आरोपियों ने हथियार छीनकर पुलिस पर फायरिंग करने की। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें ये चारों आरोपी मारे गए। पुलिस के मुताबिक इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। कमिश्नर वी सी सज्जनर ने कहा कि यह घटना सुबह 3 बजे से 6 के बीच की है।
चारों आरोपियों में मुख्य आरोपी का नाम मोहम्मद आरिफ है। 26 वर्षीय मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ एक लॉरी ( ट्रक जैसी गाड़ी) चालक था। शिवा (20), एक ट्रक में ड्राइवर और क्लीनर के रूप में काम करता था, जबकि चिंताकुंता (20) और नवीन (20) दूसरे ट्रक में काम करते थे। 27 नवंबर की रात हैदराबाद की 26 वर्षीय महिला डॉक्टर का गैंगरेप और हत्या कर जला दिया गया था। 28 नवंबर की सुबह हाईवे-44 के एक ब्रिज के नीचे पीड़िता की लाश मिली थी।