प्याज की महंगाई को लेकर स्मृति ईरानी हुईं ट्रोल, 9 साल पुराने ट्वीट को शेयर कर लोगों ने पूछा-अब क्यों नहीं बोलतीं मंत्री जी
By पल्लवी कुमारी | Published: December 5, 2019 12:33 PM2019-12-05T12:33:43+5:302019-12-05T12:33:43+5:30
प्याज 80 रुपए से लेकर बाजार में धीरे धीरे 150 रुपए किलो के भाव की ओर बढ़ रहा है। आम लोगों का प्याज खरीदना मुश्किल हो गया है। प्याज के दाम को लेकर देश में अलग-अलग जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
प्याज की बढ़ती महंगाई ने पूरे देश को रुला दिया है। प्याज की बढ़ती कीमतों का मुद्दा संसद से लेकर सड़क और सोशल मीडिया तक पहुंच चुका है। प्याज 80 रुपए से लेकर बाजार में धीरे धीरे 150 रुपए किलो के भाव की ओर बढ़ रहा है। इसी बीच प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ट्रोल हो रही हैं। स्मृति ईरानी के दिसंबर 2010 में किए गए एक ट्वीट को लेकर लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं। प्याज की महंगाई को लेकर ट्विटर पर हैशटैग #OnionPrices ट्रेंड कर रहा है।
स्मृति ईरानी ने ट्वीट 24 दिसंबर 2010 को तब किया था, जब उनकी सरकार विपक्ष में थी। ईरानी ने इस ट्वीट में लिखा था, ''आयकर विभाग सभी उच्च मूल्य के लेन-देन पर नजर रखे हुए है। इसलिए प्याज न खरीदें।''
इस ट्वीट को शेयर कर लोग अब लिख रहे हैं कि ईरानी जी अब आप प्याज की महंगाई पर क्यों नहीं बोलती हैं। वहीं एक यूजर ने लिखा, ''पुराने ट्वीट बहुत मजेदार हैं।''
Old Tweets are so Funny.
— Rohitvarma (@AAMIRCRAZE) December 4, 2019
#OnionPricespic.twitter.com/fPhcVox0vp
एक यूजर ने सरकार पर तंज करते हुए कहा, 'आजकल कोई भी परवाह नहीं करता है, भले ही एक सांसद और विधायक खरीद लें। मोदी सरकार को धन्यवाद।'
Dear #smritiirani what you have to say about #OnionPrice
— AnkitaDKumarSinha (@AnkitaDsinha) December 4, 2019
Nation wants to know. Sirf Modi ke tweets ko retweets karna is only you know?
प्याज की कीमतों पर नियंत्रण का सरकार ने दिलाया है भरोसा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये कई कदम उठाये हैं जिनमें इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपायम शामिल हैं। वित्त वर्ष 2019..20 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के पहले बैच पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘प्याज के भंडारण से कुछ ढांचागत मुद्दे जुड़े हैं और सरकार इसका निपटारा करने के लिये कदम उठा रही है।’’ उन्होंने कहा कि खेती के रकबे में कमी आई है और उत्पादन में भी गिरावट दर्ज की गई है लेकिन सरकार उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये कदम उठा रही है।
सीतारमण ने कहा कि प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये मूल्य स्थिरता कोष का उपयोग किया जा रहा है। इस संबंध में 57 हजार मीट्रिक टन का बफर स्टाक बनाया गया है। इसके अलावा मिस्र और तुर्की से भी प्याज आयात किया जा रहा है।