ट्विटर पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को टैग करके पूछा, शाहीन बाग रोड नंबर 13 A का रास्ता खोल दिया गया है क्या, जानें जवाब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 21, 2020 07:27 PM2020-02-21T19:27:36+5:302020-02-21T19:36:18+5:30
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पिछले दो महीने से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन चल रहा है.
शाहीन बाग इलाके में चल रहे धरना प्रदर्शन के चलते कुछ रोड अब बंद है। हालांकि समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक को नोएडा-फरीदाबाद मार्ग खोला गया है। शुक्रवार (21 फरवरी) को करनवीर कटारिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को टैग करके पूछा, शाहीन बाग रोड नंबर 13 A का रास्ता खोल दिया गया है क्या। इस पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जवाब दिया, सर अभी ये बंद है।
Sir, it is still closed.
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) February 21, 2020
इससे पहले 17 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग मामले में सुनवाई के दौरान सड़क बंद होने पर चिंता व्यक्त की थी। सुप्रीम कोर्ट कहा था कि शाहीन बाग में सड़क अवरूद्ध किए जाने से वह चिंतित है और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को ऐसी जगह जाने का सुझाव दिया, जहां कोई सार्वजनिक स्थान अवरूद्ध नहीं हो। नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन के कारण पिछले वर्ष 15 दिसम्बर से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग और ओखला अंडरपास बंद है। शीर्ष अदालत ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीबुल्ला को वार्ताकार नियुक्त किया है।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से सड़क बंद होने पर चिंता जताने एक दिन बाद (18 फरवरी को) कई प्रदर्शनकारियों ने इस दावे का विरोध किया कि उनके धरने से बड़ी संख्या में मुसाफिरों को परेशानी हो रही है। कई प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण पूर्वी दिल्ली स्थित शाहीन बाग-कालिंदी कुंज मार्ग का इस्तेमाल सिर्फ कुछ यात्री ही करते हैं, उनमें भी ज्यादातर लोग जामिया नगर और ओखला के होते हैं। वे प्रदर्शन के लिए इस स्थल का इस्तेमाल करने के लिए सहमत हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने वकील संजय हेगड़े से कहा है कि वह प्रदर्शनकारियों को समझाए कि धरना स्थल को कही और लेकर जाया जाए और इसके लिए वह पूर्व नौकरशाह वजाहत हबीबुल्ला की मदद ले सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकार दो बार शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बात कर चुके हैं, हालांकि अभी तक इसका हल नहीं निकला है।