'मुसलमान और चरमपंथियों के बीच अगर अंतर...',पराग अग्रवाल के 11 साल पुराने ट्वीट पर क्यों मचा हंगामा
By विनीत कुमार | Published: November 30, 2021 12:54 PM2021-11-30T12:54:55+5:302021-11-30T12:58:56+5:30
ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल का करीब 11 साल पुराना एक ट्वीट वायरल हो गया है। इस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। पराग अग्रवाल ने ये ट्वीट तब किया था जब वे ट्विटर में काम नहीं करते थे।
न्यूयॉर्क: भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को ट्विटर का सीईओ बनाए जाने की घोषणा के साथ ही उनकी चर्चा तेज हो गई है। ट्विटर के निवर्तमान सीईओ जैक डॉर्सी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफे की घोषणा की और 37 साल के पराग अग्रवाल को नया सीईओ बनाए जाने का भी ऐलान हुआ।
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक अग्रवाल को बोनस, प्रतिबंधित शेयरों और प्रदर्शन-आधारित शेयर इकाइयों के अलावा सालाना 10 लाख डॉलर का वेतन मिलेगा। इस बीच पराग अग्रवाल का सालों पुराना एक ट्वीट भी चर्चा में आ गया, जिसे लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वहीं, कई यूजर्स उन पर निशाना साध रहे हैं।
मुस्लिमों, चरमपंथी और नस्लभेद पर पराग अग्रवाल का ट्वीट
पराग अग्रवाल ने इसमें मुस्लिमों, चरमपंथी सहित गोरों और नस्लभेद की बात की है। इसे लेकर अब विवाद शुरू हो गया है। दरअसल पराग अग्रवाल ने 26 अक्टूबर को किए गए इस ट्वीट में लिखा था, 'अगर वे मुसलमान और चरमपंथियों के बीच अंतर नहीं करते तो फिर मुझे गोरे लोगों और नस्लवादियों में अंतर क्यों करना चाहिए?' पराग अग्रवाल ने जब ये ट्वीट किया था, तब वे ट्विटर के लिए काम नहीं करते थे।
"If they are not gonna make a distinction between muslims and extremists, then why should I distinguish between white people and racists."
— Parag Agrawal (@paraga) October 26, 2010
बहरहाल, अब इस ट्वीट पर कई कमेंट आने लगे हैं। वैसे पराग अग्रवाल ने तब भी अपने ट्वीट को लेकर कहा था कि यह बात कॉमेडियन आसिफ़ मांडवी ने 'डेली शो' के दौरान कही थी जिसे उन्होंने हूबहू ट्वीट किया था।
बहरहाल, इस ट्वीट पर खासकर दक्षिणपंथी विचारधारा के यूजर्स पराग अग्रवाल पर निशाना साध रहे हैं। अमेरिका की सीनेटर और रिपब्लिकन पार्टी नेता मार्शा ब्लैकबर्न ने लिखा, 'ट्विटर के नए सीईओ ने धर्म को पिरामिड स्कीम बताया है। यह वह हैं जो आपकी बात को ऑनलाइन नियंत्रित करेंगे।'
Twitter’s new CEO called religion a pyramid scheme. This is who is going to be controlling your speech online. https://t.co/ljpZuAKNOf
— Sen. Marsha Blackburn (@MarshaBlackburn) November 30, 2021
वहीं, अमेरिकी पत्रकार क्ले ट्रेविस ने लिखा, 'यह हैं ट्विटर के नए सीईओ। यहां जैक डॉर्सी के जाने के बाद चीजें और खराब होने जा रही हैं।'
This is Twitter’s new CEO. Things are going to get way worse on here with @jack gone. https://t.co/hYz79SKKCQ
— Clay Travis (@ClayTravis) November 29, 2021
वहीं कुछ यूजर ने लिखा कि उन्हें ये समझ नहीं आ रहा कि पराग अग्रवाल के इस ट्वीट से समस्या क्या है।
Wait- what’s the problem with this tweet? lol
— Autumn Updates (@BB_Gossiper) November 29, 2021
It’s a cheeky comparison! Such a stretch to try and make it into something it isn’t. I thought the right deleted Twitter anyway once the messiah was banned…
सिराज हाशमी नाम के यूजर ने लिखा, 'जिस संदर्भ में यह कहा गया है वो डेली शो से आया है। मुझे लगता है कि यह साफ दिखाता है कि पराग इस बात से सहमत हैं कि सभी मुस्लिम चरमपंथी नहीं होते और न ही सभी गोरे लोग नस्लभेदी होते हैं।'
completely aside from the point that the context of this quote is that it comes from a Daily Show segment, it seems pretty clear to me that Parag agrees with the notion that not all Muslims are extremists and that not all white people are racist. https://t.co/9B1XYIYo1t
— Siraj Hashmi (@SirajAHashmi) November 29, 2021
इसके अलावा कुछ मजेदार कमेंट भी इस ट्वीट पर आ रहे हैं।
The new Twitter CEO doesn't know how to scrub his own tweets.
— Mia Cathell (@MiaCathell) November 29, 2021
So this is a good start to being CEO of Twitter
— Mike (@M_jopink) November 29, 2021
आईआईटी-बंबई और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र अग्रवाल 2011 से ट्विटर में काम कर रहे हैं। वे 2017 से कंपनी के सीटीओ हैं। जब वह कंपनी में शामिल हुए थे तब उसके कर्मचारियों की संख्या 1,000 से भी कम थी।