देश की पहली बिना इंजन ट्रेन, Train 18 में सफर करने से पहले जरूर जान लें इसकी ये 10 रोचक बातें
By मेघना वर्मा | Published: October 26, 2018 12:50 PM2018-10-26T12:50:51+5:302018-10-26T12:50:51+5:30
ऐसा दावा है कि Train 18 गाड़ी के 16 कोच, जो बिना किसी इंजन के पटरियों पर होंगे, वह 15 प्रतिशत ट्रेवलिंग टाइम को कम कर देंगे। जिससे हमारा काफी समय बचेगा।
भारतीय रेल जल्द ही देश की सबसे पहली इंजन लेस ट्रेन, Train 18 को शुरू करने की तैयारी कर रहा है। आपको बता दें भारत देश में ही बनी ये इंजन लेस ट्रेन Train 18 29 अक्टूबर से ट्रायल के लिए ट्रैक पर दौड़ेगी। इस Train 18 को T18 नाम से भी बुलाया जा रहा है। इस ट्रेन का ट्रायल आरडीएसओ करेगा।
भारत की इस सबसे अनोखी ट्रेन को शताब्दी एक्सप्रेस से रिप्लेस किया जाएगा। इस T18 गाड़ी को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में आईसीएफ द्वारा तैयार किया गया है। इस ट्रेन पर यात्रा करने से पहले आपको इस ट्रेन की खासियत के बारे में पता होना चाहिए। आइए बताते हैं आपको ट्रेन की कुछ रोचक बातें।
1. भारत की ये पहली ट्रेन ऐसी है जिसे सेलफ्प्रपेल्ड ट्रेन भी कहेंगे। Train 18 गाड़ी 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरियों पर दौड़ेगी।
2. ऐसा दावा है कि Train 18 गाड़ी के 16 कोच, जो बिना किसी इंजन के पटरियों पर होंगे, वह 15 प्रतिशत ट्रेवलिंग टाइम को कम कर देंगे। जिससे हमारा काफी समय बचेगा।
3. Train 18 गाड़ी, चेन्नई बेस्ड इनटीग्रल कोच फैक्ट्री में 18 महीनों के अंदर बनकर तैयार की गई है। जो पूरी तरह से एयर कंडिशनर ट्रेन है। इस ट्रेन को अंदर से भी इस तरह से बनाया गया है कि यात्री एकदम सीध में ड्राइवर के केबिन को भी देख सकते हैं।
4. Train 18 को बनाने के लिए करीब-करीब 100 करोड़ रूपये की लागत आई है। कोच फैक्ट्री के जीएम शुभांशु मानी ने बताया कि बाद में होने वाले फायदे से इस ट्रेन की लागत निकल आएगी।
5. 29 अक्टूबर को Train 18 ट्रायल के लिए पटरियों पर दौड़ने लगेगी। इस गाड़ी का ट्रायल तीन से चार दिन तक किया जाएगा। जिसे फैक्ट्री के आउटसाइड ट्रायल किया जाएगा।
6. भारतीय रेल की ये अनोखी Train 18 गाड़ी, सीसीटीवी कैमरे से लैस होगी। जबकि गाड़ी के बीच में दो डिब्बे, कार्यकारी डिब्बे होंगे। इस डिब्बों में 52 तथा अन्य डिब्बों में 78 सीटें होंगी।
7. शताब्दी के मुकाबले इस गाड़ी की स्पीड तेज होगी। जहां शताब्दी 130 किलोमीटर की रफ्तार से चलती है वहीं Train 18 160 किलोमीटक प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
8. ट्रेन 18 की इस गाड़ी में डिफ्यूज लाइटिंग, ऑटोमैटिक डोर्स और फूटस्टेप सिस्टम होंगे। साथ ही जीपीएस बेस्ड पैसेंन्जर्स इंफॉर्मेशन सिस्टम भी लगा होगा।
9. ये फूटस्टेप सिस्टम किसी भी स्टेशन पर अपने आप दरवाजे खोलेगा और यात्रियों की सुविधा के हिसाब से सारी चीजें एडजेस्ट करेगा। जैसे ट्रेन और प्लैटफॉर्म के बीच की हाईट आदि।
10. शताब्दी गाड़ी को 1988 में सबसे पहले चलाया गया था। जिसके बाद से ये आज तक 20 रूटों पर सफलतापूर्वक चल रही है।