अब पुलिस स्टेशन देख नहीं डरेंगे बच्चे, थाने में किया गया ये शानदार काम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 16, 2019 12:26 PM2019-11-16T12:26:56+5:302019-11-16T12:26:56+5:30
पुलिस ने बताया कि 'ऑपरेशन स्माइल' और 'ऑपरेशन मुस्कान' के दौरान साल 2017 से अब तक रचकोंडा पुलिस के अंतर्गत कुल 1,884 बच्चों को बचाया जा चुका है।
देशभर में 'बाल दिवस' को लोगों ने अलग-अलग ढंग से सेलिब्रेट किया। 14 नवंबर को मानये जाने वाले 'बाल दिवस' को 'चिल्ड्रेंस डे' भी कहते हैं। यह दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन पर हर साल मनाया जाता है।
इसी दिन तेलंगाना में बचपन बचाओ आंदोलन और रचकोंडा पुलिस ने एक नए पहल की शुरुआत की। उन्होंने एक चाइल्ड फ्रेंडली पुलिस स्टेशन का उद्घाटन किया। इस पुलिस स्टेशन को इस तरह से बनाने का प्रयास किया गया है जिससे बच्चों को वहां डर न लगे।
Telangana State Police children's day (Nov 14 th) gift
— Medipally Police Station (@MedipallyPS) November 13, 2019
Medipally PS is the first in the state to have an exclusive child-friendly room.The concept is to reform the juvenile delinquents and children accompanying their parents to the PS
-0:48 pic.twitter.com/z9BPxRRg88
इस मौके पर वहां बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी भी मौजूद रहे। इस पुलिस स्टेशन में बच्चों के लिये बिस्तर, गेम्स कॉर्नर और किबातें रखी गई हैं।
इस पुलिस स्टेशन को अपराधियों और माता-पिता के साथ आने वाले बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। साथ ही एक प्रयास यह भी है कि बच्चों को सही और समय पर न्याय मिल सके।
Happy Children's day......Today Child Friendly Police Station Inaugurated by Commisioner of Police Sri M Mahesh Baghawath at Medipally PS...... pic.twitter.com/6FggZJwvFY
— Medipally Police Station (@MedipallyPS) November 14, 2019
खास बात यह भी है कि इस स्टेशन का उद्घाटन 7 साल के एक बच्चे डी.ईशान ने किया। ईशान बड़ा होकर पुलिस अधिकारी बनना चाहता है। इसके उद्घाटन के दौरान पुलिसकर्मियों को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देशों के बारे में भी जानकारी दी गई।
पुलिस स्टेशन की दीवारों को पेंटिंग्स से सजाया गया है और बच्चों के लिये खिलौने भी रखे गये हैं। साथ ही पुलिस ने बताया कि 'ऑपरेशन स्माइल' और 'ऑपरेशन मुस्कान' के दौरान साल 2017 से अब तक रचकोंडा पुलिस के अंतर्गत कुल 1,884 बच्चों को बचाया जा चुका है।