आखिर क्यों है ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ पर ये सफेद निशान, क्या टूट जाएगी सरदार पटेल की मूर्ति?
By पल्लवी कुमारी | Published: December 6, 2018 06:11 AM2018-12-06T06:11:20+5:302018-12-06T06:11:20+5:30
सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित 182 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ अब देश के शीर्ष पर्यटक स्थलों में से एक बनती जा रही है और उसे देखने के लिए प्रतिदिन करीब 30 हजार लोग पहुंच रहे हैं।
गुजराज के नर्मदा जिले में सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित 182 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ अब देश के शीर्ष पर्यटक स्थलों में से एक बनती जा रही है और उसे देखने के लिए प्रतिदिन करीब 30 हजार लोग पहुंच रहे हैं। यह जानकारी सोमवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी। लेकिन इसी जानकारी के साथ सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक और खबर वायरल हो रही है।
सोशल मीडिया पर ये खबर वायरल हो रही है कि 3,000 करोड़ रुपये की लागत से बनी दुनिया की सबसे लंबे कद की मूर्ति में एक महीने के अंदर ही दरार पड़ गई है? सोशल मीडिया पर ये सवाल लोग पूछ रहे हैं कि क्या सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ टूटने लगी है? सोशल मीडिया पर मूर्ति के साथ ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर सरदार पटेल की मूर्ति को लेकल किए जा रहे हैं दावे
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो में सरदार पटेल के पैरों का हिस्सा दिखता है, जिसमें सफेद रंग की लकीरें दिखाई दे रही हैं। दावा किया जा रहा है कि ये सफेद लकीरें असल में दरारें हैं। तो आइए आपको बताते हैं कि सोशल मीडिया के इस दावे में कितनी सच्चाई है।
क्या है वायरल तस्वीर का सच
वायरल फोटो की सच्चाई जानने के लिए हम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जुड़ी वेबसाइट पर गए। 31 अक्टूबर, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मूर्ति का उद्घाटन किया था। इस मौके की कई तस्वीरें इस वेबसाइट पर डाली गईं थीं। वहां डाली गईं तस्वीरों में भी हमें मूर्ति पर सफेद लकीरें दिखीं। यानी सफेद रंग की ये लकीरें अभी नहीं बल्कि उद्घाटन के समय से ही हैं।
लेकिन सवाल ये है कि ये लकीरें हैं क्या? क्या हैं ये सफेद लकीरें
दरअसल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने में खास तरह की वेल्डिंग का इस्तेमाल हुआ है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सीईओ आईके पटेल ने बताया कि 182मीटर ऊंची प्रतिमा को एक पार्ट से तैयार करना संभव नहीं है। प्रतिमा में 8 एमएम की कांसे की प्लेटों को विशेष प्रकार की वेल्डिंग से परस्पर जोड़ कर जड़ी गईं हैं। प्लेटों को विशेष वेल्डिंग से जोड़ा गया है। इसलिए जहां ये जोड़ हैं, वहां वेल्डिंग है। जिसे देख कर स्वाभाविक रूप से दरार होने का आभास होता है लेकिन ये दरार नहीं स्टैच्यू बनाने के लिए इस्तेमाल की गई वेल्डिंग का एक भाग ही है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरार आने की बात सिर्फ और सिर्फ अफवाह है।