Video: सीतारमण के प्याज-लहुसन ना खाने वाले बयान पर भड़की पब्लिक, कहा- मोदी जी ने कहा था ना खाऊंगा ना खाने दूंगा
By पल्लवी कुमारी | Published: December 5, 2019 09:45 AM2019-12-05T09:45:26+5:302019-12-05T09:45:26+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण महाराष्ट्र के बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले के सवालों पर जवाब देने के लिए खड़ी हुईं, तभी उन्होंने प्याज ना खाने वाला बयान दिया।
देश में प्याज की कीमतों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की जा रही है। इसी बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार (4 दिसंबर) को प्याज-लहुसन को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गई हैं। उन्होंने संसद में कहा, 'मैं इतना लहुसन, प्याज नहीं खाती हूं जी, सो आप चिंता ना करिए।' निर्मला सीतारमण का कहना है कि वह एक ऐसे परिवार से आती हैं जहां प्याज-लहुसन का ज्यादा मतलब नहीं है। निर्मला सीतारमण के इस जवाब पर सदन में भी ठहाके लगे थे। निर्मला सीतारमण के सदन में जवाब देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस बयान को लेकर निर्मला सीतारमण ट्रोल हो रही हैं।
वायरल वीडियो को तहसीन पूनावाला ने भी शेयर किया है।
So Delhi Police asking my supporters and me NOT to protest outside Parliament against Mrs #NirmalaSitharaman ji &her bizarre statement on #OnionPrices . Saying wheelchairs will be a Security threat !! #SayItLikeNirmalaTaipic.twitter.com/sFJa9n4hS8
— Tehseen Poonawalla Official (@tehseenp) December 5, 2019
प्याज़ पर वित्त मंत्री जी
— Milind Khandekar (@milindkhandekar) December 4, 2019
“मैं इतना लहसन,प्याज़ नहीं खाती हूँ जी So Don’t worry मैं ऐसे परिवार से आती हूँ जहाँ onion प्याज़ मतलब नहीं रखते “
pic.twitter.com/vDzS419vpG
कई यूजर का कहना है कि बीजेपी की नीति है कि ना वह खाएंगे या ना खाने देंगे। एक यूजर ने लिखा, वित्त मंत्री सात्विक हैं, और स्वार्थी भी। खैर, सब ऐसे हैं, सबको अपनी पड़ी है।
वित्त मंत्री सात्विक हैं, और स्वार्थी भी। ख़ैर, सब ऐसे हैं, सबको अपनी पड़ी है। फ़र्क सिर्फ़ इतना है, मैडम ने संसद की पटल से यह कहा है, जिससे साबित होता है कि वो पाखंडी नहीं है। कैलासा का वित्त मंत्री भी उन्हें ही होना चाहिए।#Kailaasa#NirmalaSitharaman
— Kimmy Jimmel (@Sanjay_Singh_91) December 5, 2019
न खाएं गे न खाने देंगे 😂
— U r Awful (@Hahahahaaaaaaam) December 4, 2019
Modiji's minister followed his advice of Na Khauga Na Khane Dunga meticulously.
— Pratyush (@Pratyush8_8) December 4, 2019
FM: Lehsun, Pyaaz na khati hu aur na khane dungi.
नहीं खाएगा इंडिया तभी तो आगे बढ़ेगा इंडिया।#NirmalaSitharaman
— Ravi Ranjan Kushwaha (@ravi3549) December 5, 2019
मोदी जी ने कहा था ना खाऊँगा ना खाने दूँगा,
— Arjun Joshi (@ArjunJoshi_) December 5, 2019
निर्मला ताई सीरीयस्ली ले ली, ना प्याज़ खाती हैं ना देश को खाने देंगी !#SayItLikeNirmalaTai#NirmalaSitharaman
'राष्ट्रहित' में आत्म संयम कितना जरूरी है ये कोई वित्त मंत्री जी से सीखे.लानत है उनपर जो प्याज खा -खाकर कीमतें बढ़ा देते हैं.
— Ajit Anjum (@ajitanjum) December 5, 2019
पकौड़ा रोजगार योजना की आपार सफलता के बाद अब प्याज -लहसुन छोड़ो आंदोलन की ज़रूरत है. अरबों टन प्याज बचेगा तो मंदी भी खत्म होगी.#NirmalaSitharamanpic.twitter.com/9Nfs7mQJFA
जानें क्यों निर्मला सीतारमण ने लहुसन-प्याज वाला दिया बयान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण महाराष्ट्र के बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले के सवालों पर जवाब देने के लिए खड़ी हुईं, तभी उन्होंने प्याज ना खाने वाला बयान दिया। असल जैसे ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खड़ी हूं तो सदन में कुछ लोगों ने उसी दौरान पूछा कि क्या आप (निर्मला सीतारमण) प्याज खाती हैं? सदस्यों के इसी सवाल पर निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया, 'मैं इतना लहुसन, प्याज नहीं खाती हूं जी। सो डॉन्ट वरी। मैं ऐसे परिवार से आती हूं जहां अनियन से मतलब नहीं रखते।'
#WATCH: FM Sitharaman says "Main itna lehsun, pyaaz nahi khati hoon ji. Main aise pariwar se aati hoon jaha onion, pyaaz se matlab nahi rakhte" when an MP intervenes&asks her 'Aap pyaaz khaate hain?' while she was answering NCP's Supriya Sule's ques on production&price of onions. pic.twitter.com/i6OG7GN775
— ANI (@ANI) December 4, 2019
सुप्रिया सुले ने उठाया था प्याज का मुद्दा
सांसद सुप्रिया सुले ने एनपीए और प्याज किसानों का मुद्दा सदन में उठाया था। सुप्रिया सुले ने कहा, 'मैं सरकार से प्याज की मंहगाई को लेकर एक सवाल करना चाहती हूं। सरकार मिस्र से प्याज मंगा रही है, प्याज की व्यवस्था कर रही है, मैं सरकार के इस कदम की तारीफ करती हूं। मैं महाराष्ट्र से हूं, जहां भारी मात्रा में प्याज उगाए जाते हैं, मैं सरकार से यह सवाल पूछना चाहती हूं कि प्याज के उत्पाद में इतनी कमी क्यों आई।