कश्मीरी नेता शेहला राशिद के आरोपों को भारतीय सेना ने किया खारिज, ट्विटर पर लोगों की मांग- जल्द की जाये गिरफ्तारी
By पल्लवी कुमारी | Published: August 19, 2019 10:37 AM2019-08-19T10:37:09+5:302019-08-19T10:37:09+5:30
शेहला राशिद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की पूर्व उपाध्यक्ष व जेएनयूएसयू की सदस्य रह चुकीं हैं। शेहला राशिद लगातार केंद सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले का विरोध कर रही हैं।
जम्मू ऐंड कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (JKPM) की नेता शेहला राशिद के गिरफ्तारी की सोशल मीडिया पर मांग उठ रही है। शेहला राशिद को लेकर ट्विटर पर #arrestShehlaRashid टॉप ट्रेंड कर रहा है। लोगों का कहना है कि कश्मीरी लीडर शेहला राशिद को भड़काऊ भाषण और भारतीय सेना पर गलत इल्जाम लगाने के लिये गिरफ्तार करना चाहिए। शेहला राशिद लगातार केंद सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले का विरोध कर रही हैं। इंडियन आर्मी ने शेहला राशिद के आरोपों को खारिज करते हुये कहा है कि यह आरोप आधारहीन हैं। हम इन्हें खारिज करते हैं। गलत इरादे वाले लोग और संगठन जनता को भड़काने के इरादे से इस तरह की फर्जी खबरें फैलातें हैं। शेहला ने कई ट्वीट कर आरोप लगाया था कि भारतीय सेना द्वारा कश्मीरियों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
शेहला राशिद ने भारतीय सेना (Indian Army) पर क्या आरोप लगाये थे?
शेहला राशिद ने कई ट्वीट कर आरोप लगाया था कि भारतीय सेना कश्मीरियों को बेवजह प्रताड़ित कर रही है। युवा लड़कों को पूछताछ के लिए उठाया जा रहा है और उन्हें जमकर टॉर्चर किया जा रहा है। शेहला के दो ट्वीट जो बहुत वायरल हो रहे हैं, उसमें उन्होंने लिखा है- 'आर्मी के जवान लोगों के घरों में रात को जबरन घुस रहे हैं। लड़कों को उठा रहे हैं। घर के राशन को जमीन पर बिखेर रहे हैं। चावल में तेल मिला रहे हैं।'
दूसरे ट्वीट में लिखा है- शोपिया के चार लोगों को पूछताछ के लिए आर्मी कैंप में बुलाया जाता है और पूछताछ के नाम टॉर्चर किया जाता है। देश की सेना ऐसा करके कश्मीर के लोगों में भय फैला रही है।
एक और ट्वीट में शेहला ने लिखा, 'लोग कह रहे हैं कि जम्मू और कश्मीर पुलिस के पास लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन को हैंडल करने के लिए कोई अथॉरिटी नहीं है। वे बिना शक्ति के इधर-उधर घूम रहे हैं। सभी कुछ पैरामिलिट्री फोर्स के हाथों में है। CRPF जवान की शिकायत पर एक SHO का तबादला कर दिया गया। SHO के हाथों में मशालें हैं। सर्विस रिवॉल्वर उनके पास नजर नहीं आ रही हैं।'
आर्मी पर लगाये गये इस आरोप के बाद से ही ट्विटर पर शेहला राशिद के गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि भारतीय सेना पर इस तरह के इल्जाम लगाये जाने के लिए शेहला राशिद को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने देश की सेना का अपमान किया है। लोगों का ये भी कहना है कि अगर शेहला को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वो ऐसे झूठ बातें फैलाते रहेंगी।
आप भी देखें ट्वीट
#ArrestShehlaRashid@Shehla_Rashid must be jailed immediately before she spreads more lies.
— Sudipta Maitra (@sudipmaitra) August 19, 2019
Dear @PMOIndia@HMOIndia Please #ArrestShehlaRashid for spreading FakeNews in Kashmir, Also @TwitterIndia Look into this and take corrective action asap. @Shehla_Rashid 😡🤬 pic.twitter.com/IwPSPkXgzT
— Adinath More (@adinathmore) August 19, 2019
This full time Jihadi-supporter @Shehla_Rashid has been spewing venom & rumours along with her "Turkey boss" @shahfaesal ... If he is arrested.. why is his sidekick still allowed to spread rumours?... @AmitShah@KashmirPolice#ArrestShehlaRashidhttps://t.co/0lp9bELY5x
— Ravinar (@RavinarIN) August 19, 2019
Not the first time Shehla Rashid earlier on many accounts been found peddling fake news and spreading fear among the minorities.
— Geetika Swami (@SwamiGeetika) August 19, 2019
These Tukde Takde gang members are foreign agents to disrupt law and order situation in India at all cost.#arrestShehlaRashidpic.twitter.com/fDnjW31u8r
How dare u compare hindus with islamic state? My ancestors were maratas, rajputs they are hindu rastras u dare compare them with islamic state. #ArrestShehlaRashidpic.twitter.com/6zEBHL5bEE
— SumithReddy (@sumithreddy99) August 18, 2019
Shehla Rashid is poison for our country #arrestShehlaRashidpic.twitter.com/JLknGSAtmf
— Govind Rajvanshi (@GovindNamo) August 19, 2019
शेहला राशिद ने नरेन्द्र मोदी सरकार से पहले भी कहा था कि जितने भी कश्मीरी नेताओं को अरेस्ट किया है, उनको जल्द से जल्द ही रिहा किया जाए। आर्टिकल 370 के विरोध में शेहला राशिद बुधवार (7 अगस्त) को दिल्ली के मंडी हाउस से लेकर जंतर-मंतर तक विरोध मार्च किया था।
भारत सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को वापस लेते हुए जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया है। राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया है।