SBI बैंक में शराब और कबाब की पार्टी का वीडियो वायरल, हरकत में RBI
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 24, 2019 10:03 AM2019-08-24T10:03:52+5:302019-08-24T10:03:52+5:30
देश के करोड़ों लोगों के खाते एसबीआई में हैं. सुरक्षित बैंकिंग के रूप में विश्वास के आधार पर ही लोग अपनी मेहतन की कमाई एसबीआई में जमा कराते हैं. आर्थिक क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण इकाई होने के कारण यहां कार्यरत अधिकारियों से आर्थिक मसलों पर गंभीर आचरण के साथ व्यक्तिगत स्तर पर भी जिम्मेदार बर्ताव की उम्मीद की जाती है लेकिन मुर्तिजापुर की एसबीआई शाखा के अधिकारियों-कर्मचारियों ने कुछ माह पहले तक इस उम्मीद को खुलेआम चकनाचूर किया है.
23 अगस्त बैंकिंग सेवा देश की अर्थ व्यवस्था की रीढ़ है और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अर्थात एसबीआई आमजनों की उम्मीदों से जुड़ी है. एसबीआई से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों का नैतिक दायित्व न केवल बैंक के ग्राहकों की संतुष्टि है बल्कि व्यक्तिगत आचरण में भी इस नैतिकता पर गौर किया जाना चाहिए लेकिन अकोला जिले की मुर्तिजापुर शहर की एसबीआई शाखा कुछ माह पूर्व तक शराब और कबाब की पार्टी का अड्डा बनी होने से चर्चा में आ गई है.
वास्तव में बैंक अधिकारियों की बैंक में ही कई बार की गई यह मौज-मस्ती वीडियों क्लिपिंग के रूप में इनके गले की हड्डी बन गई है. आरबीआई से शिकायत और एसबीआई के निर्देश पर जांच ने इन अधिकारियों-कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है, हालांकि परम्परागत रूप से चल रही जांच के ढर्रे में बैंक के वरिष्ठ अपनी साख और अधीनस्थों की खाल बचाने में लगे नजर आ रहे हैं.
देश के करोड़ों लोगों के खाते एसबीआई में हैं. सुरक्षित बैंकिंग के रूप में विश्वास के आधार पर ही लोग अपनी मेहतन की कमाई एसबीआई में जमा कराते हैं. आर्थिक क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण इकाई होने के कारण यहां कार्यरत अधिकारियों से आर्थिक मसलों पर गंभीर आचरण के साथ व्यक्तिगत स्तर पर भी जिम्मेदार बर्ताव की उम्मीद की जाती है लेकिन मुर्तिजापुर की एसबीआई शाखा के अधिकारियों-कर्मचारियों ने कुछ माह पहले तक इस उम्मीद को खुलेआम चकनाचूर किया है. उनका यह गैरजिम्मेदाराना एवं अशोभनीय बर्ताव वीडियो क्लिपिंग के रूप में 'लोकमत समाचार' के हाथ आया है.
इस वीडियो में बैंक की मुर्तिजापुर शाखा के कई अधिकारी और कर्मचारी शाखा कार्यालय के ही सीसीटीवी विरहित स्थान पर शराब और कबाब के साथ नजर आ रहे हैं. कोई टेबल पर शराब लेकर बैठा है, कोई मांसाहार कर रहा है तो कोई शराब की बोतल लेकर गिलास में शराब उंडेल रहा है. यह नजारा न केवल चौंकाने वाला है बल्कि बैंक की छवि के लिए भी घातक है.
खास बात यह है कि बैंक की शाखा में मौजमस्ती के ऐसे कई वीडियो हैं, जहां मौजमस्ती कर रहे अधिकारी-कर्मचारी साफ नजर आ रहे हैं. अखबार के पास आने के पहले शिकायतकर्ता मुर्तिजापुर निवासी भाउचंद ताराचंद बोरकर ने यह वीडियो क्लिप और शिकायत पत्र मई 2019 में ही मुंबई स्थित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बैंकिंग लोकपाल को भेजा था. शिकायत में बैंक कर्मियों के इस बर्ताव को अशोभनीय एवं बैंक की छवि बिगाड़ने वाला बताया गया.
आरबीआई के निर्देश पर वाशिम स्थित एसबीआई शाखा के अधिकारी स्वप्निल देशमुख को इस मामले की जांच सौंपी गई. पता चला है कि कुछ दिनों पहले स्वप्निल देशमुख मुर्तिजापुर आए थे और उन्होंने देर शाम शिकायतकर्ता को मिलने के लिए बैंक की शाखा में बुलाया. वीडियो क्लिप में शाखा के अधिकाशं अधिकारी और कर्मचारी शामिल होने से शिकायतकर्ता बैंक नहीं गया. उसने अधिकारी को अपने मंगल कार्यालय पर बुलाया लेकिन जांच अधिकारी मिलने नहीं गए. अब पता चला है कि जांच अधिकारी ने उसी स्थिति में जांच रिपोर्ट अकोला स्थित क्षेत्रीय कार्यालय को पेश कर दी.
यह जांच रिपोर्ट अकोला से नागपुर स्थित आरबीआई कार्यालय को भेजी गई है और वहां से मुंबई स्थित आरबीआई कार्यालय भेजी जाएगी. देखना यह है कि इस आधी-अधूरी जांच पर आरबीआई क्या कार्रवाई करती है. जांच रिपोर्ट पेश की मुर्तिजापुर शाखा में हुई मौजमस्ती को लेकर जांच का जिम्मा सौंपा गया था.
जांच के लिए मुर्तिजापुर गया था. संबंधित शिकायतकर्ता भाउराव बोरकर को वीडियो क्लिपिंग लेकर मिलने बुलाया था लेकिन वे नहीं आए. जांच पूरी कर रिपोर्ट अकोला स्थित क्षेत्रीय कार्यालय को भेज दी गई है. -स्वप्निल देशमुख, जांच अधिकारी, एसबीआई वाशिम बॉक्स नागपुर कार्यालय भेजी रिपोर्ट मुर्तिजापुर शाखा को लेकर हुई शिकायत के मामले में जांच अधिकारी ने रिपोर्ट पेश कर दी है.
यह रिपोर्ट नागपुर कार्यालय भेजी गई है, जहां से मुंबई आरबीआई कार्यालय भेजी जाएगी. जांच अधिकारी ने शिकायतकर्ता को बुलाया था. कौनसे समय बुलाया गया इसकी कोई जानकारी नहीं है लेकिन जांच में सहयोग की दृष्टि से उन्हें जाना चाहिए था. इसमें संकोच या डर का कोई कारण ही नहीं था. अब इस मामले में जो भी कार्रवाई है, वह मुंबई कार्यालय के निर्देश पर ही होगी. वीडियो क्लिपिंग में अधिकारी-कर्मचारी मौजमस्ती करते नजर आ रहे हैं. आज भी अधिकांश अधिकारी-कर्मचारी उसी शाखा में कार्यरत हैं. ऐसे में वीडियो क्लिप लेकर बैंक में जाना और वहां जांच अधिकारी को दिखाना असुरक्षित लगा इसलिए मैं वहां नहीं गया.
जांच अधिकारी देशमुख से मेरे मंगल कार्यालय पर आने की गुजारिश की लेकिन वे नहीं आए. बैंक प्रशासन वीडियो क्लिपिंग देखे बगैर जांच पूरी कैसे कर सकता है? यदि यह बर्ताव रहा तो मंशा पर सवाल उठता है. -भाउराव बोरकर, शिकायतकर्ता, मुर्तिजापुर बॉक्स मौजमस्ती करने वाले अधिकारी को पदोन्नति खास बात यह है कि शराब-कबाब की इस मौजमस्ती का जो वीडियो बना है, उसमें नजर आ रहे मुर्तिजापुर एसबीआई के बैंक अधिकारी को पदोन्नति भी दी गई है. उस अधिकारी को अकोला के क्षेत्रीय कार्यालय में नियुक्त किया गया है. अब जब मामले में शामिल अधिकारी ही क्षेत्रीय कार्यालय में मौजूद होगा तो वहां से कार्रवाई की क्या उम्मीद की जाए? कनिष्ठ अधिकारी को दी जांच पता चला है कि जिस अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया, वह मामले में शामिल अधिकारी से कनिष्ठ है. बड़े पद पर बैठे अधिकारी के खिलाफ जांच छोटे अधिकारी को कैसे दी गई? यह भी अचरज का विषय माना जा रहा है.