सोशल मीडिया पर लोगों का एक ही सवाल, आखिर कौन है ये ''संत रामपाल जी'', जिसको लोग जमकर दे रहे हैं गालियां
By पल्लवी कुमारी | Published: October 4, 2019 12:45 PM2019-10-04T12:45:43+5:302019-10-04T12:45:43+5:30
रामपाल एक आध्यात्मिक कबीर पंथी गुरु हैं। रामपाल पर आर्य समाज के अनुयायी की हत्या का आरोप लगा और उनकी गिरफ्तारी हुई थी। रामपाल साल 2014 से ही हरियाणा के हिसार जेल में बंद है। उन्हें आजीवन कारवास की सजा मिली है।
ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा है, 'संत रामपाल जी कौन है' (#Who_Is_SaintRampalJi) पहले संत रामपाल को लेकर एक गाली भरा हैशटैग चला। हैशटैग के साथ लोग रामपाल को गालियां दे रहे थे। इस हैशटैग के बाद अब ट्विटर पर #Who_Is_SaintRampalJi ट्रेंड कर रहा है। तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर संत रामपाल है कौन? रामपाल एक आध्यात्मिक कबीर पंथी गुरु हैं। रामपाल ने सतलोक आश्रम की स्थापना की है। ये आश्रम हरियाणा के हिसार में है। रामपाल आर्य समाज के अनुयायी की हत्या के आरोप में साल 2014 से ही हरियाणा के हिसार जेल में बंद हैं। उन्हें आजीवन कारवास की सजा मिली है।
जानें कौन है रामपाल
रामपाल एक आध्यात्मिक कबीर पंथी गुरु हैं। संत रामपाल का जन्म सोनीपत के धनाना गांव में हुआ था। जो खुद को कबीर का अवतार बताता है और कबीर को भगवान बताता हैं। रामपाल ने सतलोक आश्रम की स्थापना की है। ये आश्रम हरियाणा के हिसार में है। रामपाल अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर की नौकरी की। इसी दौरान इनकी मुलाकात स्वामी रामदेवानंद महाराज से हुई और रामपाल उनके शिष्य बन गए और कबीर पंथ को मानने लगे। साल 2000 में रामपाल ने अपने अभियंता पद से स्तीफा दे दिया और बाद में करोंथा गांव में सतलोक आश्रम की स्थापना की थी, हालांकि इनके गिरफ्तार होने के बाद आश्रम सरकार के कब्जे में है।
कई बार हो चुके हैं जेल में बंद
कबीर पंथी विचारधारा के समर्थक संत रामपाल पर देशद्रोह का भी मामला दर्ज हुआ था। जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। साल 2006 में भी रामपाल पर हत्या का केस दर्ज हुआ था।
स्वामी दयानंद की किताब पर विवादित टिप्पणी कर चर्चा में आए थे संत रामपाल
साल 2006 में स्वामी दयानंद की लिखी एक किताब पर संत रामपाल ने विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद संत रामपाल और आर्यसमाज समाज के बीच इसको लेकर हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी। इसके बाद एसडीएम ने 13 जुलाई, 2006 को आश्रम को कब्जे में ले लिया। रामपाल और उनके 24 समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
हरियाणा पुलिस ने अपनी जांच में पाया था कि रामपाल के आश्रम में महिलाओं का यौन शोषण होता था। जिनके बारे में लोगों को भनक भी नहीं था। पुलिस ने रामपाल के कमरे से प्रेग्नेंसी टेस्ट किट भी बरामद की थी। पुलिस का कहना था कि रामपाल महिला शौचालयों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर नजर रखते थे। सीसीटीवी की स्क्रीन रामपाल के बेहद खास रेस्ट रूम से लेकर उनजगहों पर लगी थीं, जहां बाबा के सिवा किसी को जाने की इजाजत नहीं थी।
जानें क्यों ट्रेंड हो रहा #Who_Is_SaintRampalJi
एक अक्टूबर 2019 को कांगड़ा जिले के ग्राम पंचायत पाईसा के निवासियों ने रामपाल का सत्संग नहीं होने दिया गया। जिसके बाद सैंकड़ों लोगों ने मिलकर पहले रामपाल का सत्संग करवाने वाले व्यक्ति चूड़ सिंह को समझाने की कोशिश की। ग्रामीणों की बात चूड़ सिंह को समझ नहीं आई और वह सत्संग का आयोजन करवाने पर आमदा रहा तब लोगों ने रामपाल के पोस्टर फाड़कर आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद ये ट्रेंड हो रहा।