बुलंदशहर में साधुओं की हत्या पर संजय राउत बोले- 'पालघर की तरह सांप्रदायिक न बनाएं', तो BJP नेता प्रीति गांधी ने बाला साहेब की दिलाई याद
By पल्लवी कुमारी | Published: April 28, 2020 02:25 PM2020-04-28T14:25:30+5:302020-04-28T14:25:30+5:30
Palghar mob lynching Case: 16 अप्रैल की रात तीन व्यक्ति (दो साधु और एक ड्राइवर) मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे। इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी।
मुंबई: उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र स्थित एक शिवमंदिर में मंगलवार (28 अप्रैल) तड़के दो साधुओं की हत्या कर दी गई। मामले पर सोशल मीडिया पर देश के नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी क्रम में शिवसेवा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने भी ट्वीट कर इस घटना को भयानक बताया है। संजय राउत ने ट्वीट कर लिखा, ''भयानक! बुलंदशहर, यूपी के एक मंदिर में दो साधुओं की हत्या, लेकिन मैं सभी से अपील करता हूं कि वे इसे सांप्रदायिक न बनाएं, जिस तरह से कुछ लोगों ने महाराष्ट्र पालघर मामले में करने की कोशिश की।'' संजय राउत के इस ट्वीट पर बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीति गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत को बाला साहेब ठाकरे की याद दिलाई है। पालघर मॉब लिंचिंग केस में 16 अप्रैल 2020 की रात दो साधु और एक ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
For Balasaheb Thackeray, the place didn't matter. Safety of every Hindu, anywhere in the world, was HIS concern.
— Priti Gandhi - प्रीति गांधी (@MrsGandhi) April 28, 2020
But, for the neo-convert 'Secular Sena', killing of Hindu sadhus in Bulandshahr seems to come as a relief & an opportunity to score political points.
What a fall! https://t.co/hGjAQTWnRO
प्रीति गांधी ने लिखा, ''बाला साहेब ठाकरे के लिए जगह मायने नहीं रखती थी, उनके लिए बस हिन्दुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा अहम थी...चाहे वह दुनियाभर के किसी भी कोने में हो। लेकिन, नव-रूपांतरित 'सेकुलर सेना' के लिए, बुलंदशहर में हिंदू साधुओं की हत्या एक राहत और राजनीतिक गोल को पूरा करने के अवसर के रूप में देखा जाता है।''
हालांकि प्रीति गांधी के इस ट्वीट पर संजय राउत या शिवसेना की ओर से किसी ने प्रतिक्रिया नहीं दी है। बुलंदशहर वाली घटना की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
प्रियंका गांधी ने भी कहा- बुलंदरशहर में साधुओं की हत्या पर राजनीतिकरण ना किया जाए
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उत्तर प्रदेश के बुलंदरशहर में दो साधुओं की हत्या को लेकर मंगलवार को कहा कि इस घटना की निष्पक्ष जांच करा कर पूरी सच्चाई सामने लाई जाए और इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाए। कांग्रेस की उत्तर प्रद्रेश प्रभारी प्रियंका ने कहा, ‘‘ बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जांच होनी चाहिए और इस समय किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।’’
जानिए बुलंदशहर में दो पुजारियों की हत्या के बारे में
बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र स्थित एक शिवमंदिर में मंगलवार (28 अप्रैल) तड़के दो साधुओं की हत्या कर दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अनूप शहर थाना क्षेत्र स्थित फगौना गांव में एक शिव मंदिर में जगदीश (50) और शेर सिंह (52) नामक साधुओं की हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि गांव का ही रहने वाला मुरारी नामक युवक अक्सर मंदिर आता था। वह नशे का आदी था और करीब दो दिन पहले उसने इन साधुओं का चिमटा चुरा लिया था। मंगलवार तड़के इसी बात को लेकर उनका मुरारी के साथ झगड़ा हुआ था।
सिंह ने बताया कि मुरारी ने दोनों साधुओं की डंडे और धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। गांव में स्थिति सामान्य है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
जानिए पालघर मॉब लिंचिंग घटना के बारे में
पालघर मॉब लिंचिंग की घटना 16 अप्रैल की रात की है, जब दो साधू तथा उनका चालक किसी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार से मुंबई से गुजरात के सूरत जा रहे थे। उनके वाहन को पालघर जिले के एक गांव के पास रोक लिया गया, जहां भीड़ ने बच्चा चोरी करने के संदेह में तीनों को कार से बाहर निकाला और उनकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70), सुशीलगिरी महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई। महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सोमवार को पालघर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है।