रेख़्ता ने पूछा, 'साफ़ छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं' शेर किसकी याद दिलाता है, यूजर्स बोले-गुजरात के बन रही दीवार की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 22, 2020 11:13 AM2020-02-22T11:13:36+5:302020-02-22T11:16:38+5:30
उर्दू शायरी के लिए प्रसिद्ध रेख़्ता के ट्विटर पर करीब 4.85 लाख फॉलोवर हैं.
उर्दू शेरो-शायरी के लिए प्रसिद्ध रेख़्ता ने मशहूर शायर दाग़ देहलवी का एक शेयर शनिवार (22 फरवरी) को ट्वीट किया। रेख़्ता दाग के मशहूर शेर 'ख़ूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं साफ़ छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं' को ट्वीट किया। इसके साथ ही रेख़्ता ने सवाल किया है कि दाग़ देहलवी ये शेर आपको किसी की याद दिलाता है क्या? इस पर यूजर मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूजर ने इसे तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय दौरे से जोड़ दिया।
गुजरात के बन रही दीवार की
— Er. Shah Alam (@ShahAlamIndia) February 22, 2020
इसके अलावा कुछ यूजर्स ने इसे शाहीन बाग, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सोशल मीडिया ट्रोल्स से भी जोड़ दिया।
सोशल मीडिया ट्रोल्स 🙂
— Anjali (@Anjalitv9) February 22, 2020
Shaheen bagh
— Shivankar Awasthi (@iamshiv08) February 22, 2020
Kejriwal ki.
— Mohammed Yaseen ياسين (@myaseenahmed) February 22, 2020
secular aur soft hindutva ke beech chilman.
जानें 'गुजरात दीवार' की कहानी
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने शुक्रवार (21 फरवरी) को किए एक ट्वीट में आरोप लगाया कि गुजरात के लोगों को छुपाने के लिए 4 फीट ऊंची दीवार बन रही है। इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया था कि सरकार अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़ों को छिपाने के बाद अब गरीबी को दीवार के पीछे छिपाने का प्रयास कर रही है। यह टिप्पणी गौरव वल्लभ ने अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान घटाए जाने को लेकर की थी। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के अनुसार गौरव वल्लभ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित गुजरात दौरे का हवाला देते हुए तंज किया, ‘‘गुजरात मॉडल की बात करने वाले अब वहां की गरीबी को छिपाने के लिए दीवार बनवा रहे हैं। अर्थव्यवस्था के आंकड़े छिपाने के बाद अब सरकार गरीबी को दीवार के पीछे छिपाने का प्रयास कर रही है।’’
आरोपों को खारिज करते हुए अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि चार फीट ऊंची दीवार बनाने के कार्य को ट्रंप के गुजरात दौरे से बहुत पहले मंजूरी मिल चुकी थी। दीवार सरदारनगर में एएमसी के स्वामित्व वाले प्लाट पर बनाई जा रही है जहां बहुत सी झुग्गी झोपड़ियां स्थित हैं। कांग्रेस के आरोप लगाने के अलावा सोशल मीडिया पर भी बन रही दीवार की तस्वीर वायरल हुई है।
वो भी क्या दिन थे,जब INDIA-US के राष्ट्राध्यक्ष मिलते थे तो न्यूक्लियर डील,H1B visa,सॉफ्टवेयर व फ़ार्मा Industry के बारे में चर्चा होती थी।आज मुख्य मुद्दे गुजरात के लोगों को छुपाने हेतु 4 फीट ऊँची दीवार,यमुनाजी की सफ़ाई के लिए 14000 Ltr पानी व 70 लाख लोग स्वागत करेंगे या नहीं है।
— Prof. Gourav Vallabh (@GouravVallabh) February 21, 2020