रतन टाटा हुए फेक न्यूज से परेशान, ट्विटर पर सफाई देते हुए बताया- कभी नहीं कहा साल 2020 सिर्फ जीवित रहने का साल
By सुमित राय | Published: May 4, 2020 02:26 PM2020-05-04T14:26:49+5:302020-05-04T14:26:49+5:30
टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा सोशल मीडिया पर वायरल फेक न्यूज से परेशान हो गए हैं और उन्होंने इसको लेकर सफाई दी है।
कोरोना वायरस महामारी के बीच टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा का एक मैसेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें रतन टाटा के हवाले के कहा गया है कि साल 2020 जीवित रहने का साल है, लाभ-हानि की चिंता ना करें। अब रतन टाटा ने फेक न्यूज से परेशान होकर ट्विटर पर सफाई दी है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक न्यूज पेपर की कटिंग वायरल हो रही है, जिसमें लिखा है, "रतन टाटा का संदेश- 2020 जीवित रहने का साल है, लाफ हानि की चिंता न करें।" इस फेस न्यूज से परेशान होकर रतन टाटा को सफाई देनी पड़ी है और उन्होंने न्यूज पेपर की कटिंग शेयर करते हुए इसका खंडन किया है।
रतन टाटा ने ट्विटर पर लिका है, "जो कुछ इस पेपर कटिंग में कहा गया है वह मैंने नहीं कहा है। मैं फर्जी खबरों को लगातार उजाकर करने का प्रयास करूंगा। साथ में उन्होंने न्यूज सोर्स को वेरिफाई करने की भी अपील की। अगर मेरी तस्वीर के साथ कुछ लिखा हुआ है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह मैंने कहा है। यह समस्या कई लोगों के साथ हो रही है।"
I’m afraid this too, has not been said by me. I will endeavour to call out fake news whenever I can, but would encourage you to always verify news sources. My picture alongside a quote does not guarantee me having said it, a problem that many people face. pic.twitter.com/pk0S75FxPA
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) May 3, 2020
पिछले महीने भी एक न्यूज पेपर की कटिंग वायरल हो रही थी, जिसमें रतन टाटा के हवाले से कहा गया गया था कि कोरोना महामारी को लेकर विशेषज्ञ कह रहे हैं कि इससे अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो जाएगी। लेकिन मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि इन विशेषज्ञों को मानवीय प्रेरणा और जुनून के साथ किए गए प्रयासों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
This post has neither been said, nor written by me. I urge you to verify media circulated on WhatsApp and social platforms. If I have something to say, I will say it on my official channels. Hope you are safe and do take care. pic.twitter.com/RNVL40aRTB
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) April 11, 2020
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है और इस कारण अर्थव्यवस्था का काफी नुकसान हो रहा है। देशभर में अब तक कोरोना वायरस के 42533 के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 1373 लोगों की मौत हो चुकी है।