सुब्रमण्यम स्वामी बोले, अयोध्या में 11 मस्जिदों में नमाज पढ़ने की दे सकते हैं रियायत, लोगों ने सुनाई खरी-खोटी
By पल्लवी कुमारी | Published: October 17, 2019 05:11 PM2019-10-17T17:11:29+5:302019-10-17T17:11:29+5:30
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आखिरी दिन सुनवाई के दौरान तमाम पक्षकारों के वकीलों ने अपनी-अपनी राय दी। कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनी और फैसला सुरक्षित रख लिया है। अयोध्या में विवादित जमीन पर मालिकाना हक की कानूनी लड़ाई साल 1885 से चल रही है।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर को सुनवाई पूरी कर ली है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है, जो 8 नवंबर 2019 को सुनाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद मामले में 40 दिन तक दलीलें सुनीं। इस मसले पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी एक ट्वीट किया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, अयोध्या में मुस्लिमों को 11 मस्जिदों में नमाज पढ़ने की छूट दी जा सकती है। सुब्रमण्यम स्वामी का ये ट्वीट वायरल हो रहा है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ''विराट हिंदू केवल मुस्लिमों को अयोध्या की सीमा में मौजूद 11 मस्जिदों की मरम्मत और नमाज पढ़ने की रियायत दे सकते हैं। अभी इन मस्जिदों में गाय-बकरियां चर रही हैं। मुसलमानों को याद है कि अधिकांश इस्लामी देशों में किसी भी मंदिर की अनुमति नहीं है।''
The only concession Virat Hindus can make for Muslims is permit existing 11 mosques in Ayodhya city limits, which presently have goats and bovine feeding there, to be renovated and namaz allowed. Muslims remember that no temples are allowed in most Islamic countries
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 17, 2019
सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट पर एक यूजर ने कहा, आप भारत का मुस्लिम देश से क्यों तुलना कर रहे हैं?
Why India should be compare Muslim countries .. ?
— Praveen Jain (@provyyy) October 17, 2019
इसका रिप्लाई करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, भारत नहीं है। लेकिन कट्टर मुस्लिम ऐसा करते हैं और कांग्रेस में तथाकथित हिंदू करते हैं।
India does not. But hardline Muslims do and so called Hindus in Congress do
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 17, 2019
एक यूजर ने लिखा, सुब्रमण्यम स्वामी को ये याद रखना चाहिए कि भारत अब भी एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है। ना कि हिंदुओं का देश है।
Swami should be aware that India is still a secular country and not a Hindu country at least in paper.
— Ranjit Ramanan (@ranjitramanan) October 17, 2019
Ours is a secular country ..Just a reminder.
— Bharath S Kumar (@BharathSKumar29) October 17, 2019
मुझे लगता हैं की जिस तरीके से हम बीजेपी का समर्थन कर रहे है ओर बीजेपी वादे पूरे कर रही है अगले चुनाव में बीजेपी का घोषणा पत्र ये -
— प्रियांशु सिंह वाइब्रेंट हिंदू (@Priyans18001571) October 17, 2019
1. हिंदुराष्ट्र
2. सभी जिलों में गुरुकुल
3. सभी हिन्दुओं को गीता अनिवार्य
4. टीका लगाना
5. विदेश में जन्मे हिन्दू धर्म के बच्चे को भारत की नागरिकता
Please do not forget that the Hindus only made this country secular . Secular does not mean to give up your rights over religion and faith .
— Harikesh Yadav (@hkgyadav) October 17, 2019
सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद की सुनवाई के दिन बुधवार को सुब्रमण्यम स्वामी की 'पूजा के अधिकार' याचिका को सुनने से इनकार कर दिया। अयोध्या में विवादित जमीन पर मालिकाना हक की कानूनी लड़ाई साल 1885 से चल रही है।