MP में पुलिस ने छुट्टी के आवेदन में लिखा- मेरी प्रिय भैंस को मेरी जरूरत है, उसके दूध का कर्ज अदा करना है
By अनुराग आनंद | Published: June 26, 2020 04:24 PM2020-06-26T16:24:59+5:302020-06-26T16:24:59+5:30
आरक्षक ने अपने पत्र में लिखा है कि मैंने हमेशा भैंस का दूध पिया है और अब उस भैंस को हमारी जरूरत है ऐसे में भैंस की सेवा करना चाहता हूं।
भोपाल:मध्य प्रदेश पुलिस के एक कॉस्टेबल ने अपने वरीय अधिकारी के पास छुट्टी के लिए भेजे गए आवेदन में लिखा कि भैंस की सेवा करने के लिए मुझे छुट्टी चाहिए। कॉस्टेबल का यह पत्र किसी तरह सोशल मीडिया पर आ गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर लगातार यह पत्र वायरल हो रहा है।
इंडिया टुडे रिपोर्ट की मानें तो आरक्षक ने अपने पत्र में लिखा है कि मैंने हमेशा भैंस का दूध पिया है और अब उस भैंस को हमारी जरूरत है ऐसे में भैंस की सेवा कर मैं दूध का कर्ज अदा करना चाहता हूं।
कौन है मध्य प्रदेश में तैनात यह जवान-
बता दें कि मध्य प्रदेश के एसएएफ के 9वीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक कुलदीप तोमर की मां लंबे समय से बीमार है, जिसके लिए आरक्षक 10 दिन की छुट्टी पर भी गए थे और उनके वापस आने के बाद ही यह पत्र सोशल मीडिया पर काफी तेजी के साथ वायरल होने लगा है।
वायरल पत्र में लिखा है कि आरक्षक की मां की तबीयत खराब है, जिसके लिए उन्हें छुट्टी चाहिए। इसके अलावा, इस पत्र में आरक्षक ने यह भी लिखा था कि उसके घर में एक भैंस है, जिसने अभी हाल ही में बच्चा दिया है और उस भैंस की सेवा के लिए उन्हें विभाग से छुट्टी चाहिए।
वायरल हो रही है आरक्षक की यह चिट्ठी-
बता दें कि सोशल मीडिया पर आरक्षक की यह चिट्ठी वायरल हो रही है। इस चिट्ठी में आगे लिखा हुआ है कि मैं भैंस का दूध पीकर ही भर्ती के लिए दौड़ की तैयारी करता था। मेरे जीवन में उस भैंस का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। उस भैंस के कारण ही आज मैं पुलिस में हूं। भैंस ने मेरे अच्छे और खराब समय में साथ दिया है। ऐसे में मेरा भी फर्ज बनता है, मैं भैंस का ऐसे समय में देखभाल करूं। चिट्ठी वायरल होने के बाद अधिकारियों ने आरक्षक को फटकार लगाई है।
अधिकारी अब इस चिट्ठी की करेंगे जांच-
इस मामले में जब मीडिया के लोगों ने आरक्षक से संपर्क किया तो आरक्षक ने इस चिट्ठी को लिखने से साफ मना कर दिया। आरक्षक का कहना है कि किसी और ने उसके नाम से यह चिट्ठी लिखकर भेजी है। अधिकारियों ने इस तरह से चिट्ठी लिखने के लिए आरक्षक को डांट लगाई है। इसके बाद आरक्षक द्वारा अधिकारी के सामने लिखने से इनकार करने के बाद अब इस मामले में अधिकारी जांच कर रहे हैं।